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Chhath 2020: छठ महापर्व पर कोरोना का साया, इन राज्यों में छठ पूजा पर लगा बैन

हर साल छठ महापर्व को देशभर में बड़ी धूमधाम के साथ मनाया जाता है. लेकिन इस साल कोरोना का साया इस महापर्व पर भी लग गया है.  कोरोनावायरस के संक्रमण को देखते हुए कई राज्यों में छठ उत्सव पर बैन लगा दिया गया है. इस बार आपको सादगी के साथ ही घरों में ही छठ पूजा मनाना होगा.  

Updated on: 17 Nov 2020, 01:13 PM

नई दिल्ली:

18 नवंबर नहाय खाय से महापर्व छठ पूजा का आरंभ हो रहा है, जो कि 21 नवंबर को पारण के साथ समाप्त होगा. यूपी बिहार, झारखंड, पश्चिम बंगाल और नेपाल में छठ का त्योहार धूमधाम से मनाया जाता है. इसके अलावा देश के कई कोनों और विदेशों में बिहार- यूपी के रहने वाले लोग अपनी परंपरा को आगे बढ़ाते हुए छठ मनाते हैं. यहीं वजह है कि अब छठ सिर्फ कुछ राज्य तक ही सीमित नहीं रह गया है, बल्कि पूरी दुनिया में फैल गया है.

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छठ पर्व को लेकर लोगों की आस्था बहुत गहरी है इसलिए हर राज्य की सरकार छठ पर खास व्यवस्था करती है. अब वो चाहे नदी, पोखर और तालाबों की सफाई को लेकर हो या घाट तैयार करना हो.

हर साल छठ महापर्व को देशभर में बड़ी धूमधाम के साथ मनाया जाता है. लेकिन इस साल कोरोना का साया इस महापर्व पर भी लग गया है.  कोरोनावायरस के संक्रमण को देखते हुए कई राज्यों में छठ उत्सव पर बैन लगा दिया गया है. इस बार आपको सादगी के साथ ही घरों में ही छठ पूजा मनाना होगा.  

1.  झारखंड  

झारखंड सरकार ने कोरोनोवायरस महामारी फैलने की आशंका के मद्देनजर सार्वजनिक स्थानों पर छठ पूजा पर्व पर प्रतिबंध लगा दिया है. त्योहार के लिए जारी किए गए राज्य सरकार के दिशानिर्देशों के अनुसार, श्रद्धालु नदियों, तालाबों, झीलों और अन्य जल निकायों में छठ पूजा नहीं कर पाएंगे. गृह, कारागार और आपदा प्रबंधन विभाग के दिशानिर्देशों ने तालाबों और नदियों के किनारे स्टॉल या बैरिकेड्स लगाने पर भी प्रतिबंध लगा दिए हैं और साथ ही छठ घाटों पर किसी भी तरह की सजावट पर भी पाबंदी है. विभाग ने सार्वजनिक स्थानों पर पटाखे फोड़ने, सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन करने पर भी रोक लगाई है.

3. ओडिशा

ओडिशा सरकार ने सोमवार को सार्वजनिक स्थानों पर छठ पूजा मनाने पर रोक लगा दी, जिसमें 20 और 21 नवंबर को नदी तट पर स्नान करना शामिल है, क्योंकि भीड़ से कोरोना संक्रमण का और अधिक प्रसार हो सकता है. सरकार ने चेतावनी देते हुए कहा है कि आदेश का उल्लंघन करने वाला कोई भी व्यक्ति 2005 के आपदा प्रबंधन अधिनियम और अन्य संबंधित कानूनों के तहत दंडित किया जाएगा.

2. दिल्ली  

दिल्ली में कोरोना वायरस के बढ़ते मामलों के बीच इस वर्ष छठ पूजा का आयोजन सार्वजनिक स्थलों पर नहीं किया जाएगा. हालांकि, श्रद्धालु अपने-अपने घरों में या किसी निजी स्थल पर छठ पर्व मना सकेंगे. छठ पर्व के लिए कोविड-19 दिशानिर्देशों  का पालन करना जरूरी होगा. DDMA द्वारा इससे संबंधित आदेश जारी किया गया है. आदेश के मुताबिक दिल्ली में किसी भी सार्वजनिक स्थल, सार्वजनिक ग्राउंड, घाट और मन्दिर में नवम्बर के महीने में छठ पूजा का आयोजन नहीं किया जायेगा.

3.  पश्चिम बंगाल

पश्चिम बंगाल में छठ पूजा के जुलूस पर कलकत्ता हाई कोर्ट ने प्रतिबंध लगाया है. और पूजा के नियम भी तय किए हैं. कलकत्ता हाई कोर्ट के आदेश के मुताबिक, एक परिवार में केवल दो सदस्यों को छठ पूजा करने के लिए नदी या तालाब के जल में प्रवेश करने की अनुमति होगी. जानकारी हो कि कोलकाता की दो सबसे बड़ी नदी, सुभाष सरोवर और रबींद्र सरोवर में आम लोगों का प्रवेश रोक दिया गया है. 

4. महाराष्ट्र

वहीं महाराष्ट्र में भी कोरोना संक्रमण को देखते हुए सार्वजनिक जगहों पर छठ मनाने के लेकर दिशा-निर्देश जारी किए गए है. इसी बीच कांग्रेस नेता संजय निरुपम ने छठ को लेकर ट्विट करते हुए लिखा, 'लगभग 25 वर्षों में पहली बार इस छठ पर मैं जुहू बीच नहीं जाऊंगा. इस बार घर पर ही कृत्रिम तलाब में अर्घ्य दिया जाएगा. कोरोना की महामारी में आप भी बीच या घाट पर भीड़भाड़ में जाने से बचिए. संक्रमण का खतरा है. आसपास के कुआँ,तलाब या घर पे अर्घ्य दीजिए. सिर्फ इस साल की बात है.