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Hastrekha : हाथ का ये निशान बनाता है मालामाल, माता लक्ष्मी हमेशा रहती है इन पर मेहरबान 

Hastrekha : आपको हाथों को सुबह उठते ही सबसे पहले चूमना चाहिए. माता लक्ष्मी साक्षात आपके हाथों में विराजमान हैं या नहीं आइए जानते हैं.

Updated on: 30 Sep 2023, 05:59 PM

New Delhi :

Hastrekha : कुछ लोगों के बारे में कहा जाता है कि अगर इनका हाथ हमारे सिर पर हो तो तरक्की के मार्ग अपने आप मिलने लगते हैं. ऐसे लोगों के हाथ को लक्ष्मी का हाथ कहा जाता है. इनके हाथों में धन की देवी मां लक्ष्मी के कुछ ऐसे निशान होते हैं जिस वजह से माता लक्ष्मी सदैव इनके साथ इन पर मेहरबान रहती हैं. हिंदू धर्म में माना जाता है कि ये अगर माता लक्ष्मी का हाथ हमारे ऊपर न हो तो हम चाहे जितनी भी मेहनत कर लें हमें धन की प्राप्ति नहीं होती है. इसी तरह हस्तरेखा ज्योतिष शास्त्र के अनुसार माना जाता है कि अगर हमारे हाथ में धन संबंधी रेखाए न हो तो मेहनत करना बेकार होता है. 

धन की रेखा

आपकी हथेली में अगर शन‌ि पर्वत यानी मध्यमा उंगली और बुध पर्वत यानी छोटी उंगली के पास एक वलय यानी र‌िंग बना हो। यह वलय एक रेखा से जुड़ा हो तो आपकी हथेली में लक्ष्मी योग बनता है। ऐसे व्यक्त‌ि चतुर और बोल-चाल की कला में न‌िपुण होते हैं। यह अपने व्यक्त‌ित्व से प्रशंसा और ख्यात‌ि पाते हैं। धन के मामले में भी यह संपन्न होते हैं।

अथाह पैसे वाली हस्तरेखा

हस्तरेखा में अगर जीवन रेखा घुमा हुआ यानि एक वर्क शेप में हों तो ऐसे व्यक्ति के नसीब में अथाह पैसा होता है, और ऐसे लोगों पर मां लक्ष्मी की कृपा रहती है. 

महालक्ष्मी योग वाली हस्तरेखा

अगर आपकी हथेली में मण‌िबंध यानी हथेली के अंत‌िम स‌िरे से शुरु होकर कोई रेखा सीधे शन‌ि पर्वत तक पहुंचे साथ ही चन्द्र पर्वत से शुरु होकर एक रेखा सूर्य पर्वत यानी अनाम‌िका उंगली तक आए तो यह महालक्ष्मी योग बनाता है. ऐसी रेखा बहुत ही दुर्लभ होती है. ज‌िनकी हथेली में पायी जाती है वह धनवान और हर प्रकार के सुख साधनों को पाने वाले होते हैं.

राजलक्ष्मी योग वाली हस्तरेखा

आपकी हथेली में गुरु, चन्द्रमा , शुक्र और बुध पर्वत उन्नत एवं लाल‌िमा ल‌िए हो तो आप राजलक्ष्मी योग वाले व्यक्त‌ि हैं. अपने नाम के अनुसार यह योग व्यक्त‌ि को राजा के समान सुख और वैभवै द‌िलाता है.

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(Disclaimer: यहां दी गई जानकारियां धार्मिक आस्था और लोक मान्यताओं पर आधारित हैं। न्यूज नेशन इस बारे में किसी तरह की कोई पुष्टि नहीं करता है। इसे सामान्य जनरुचि को ध्यान में रखकर यहां प्रस्तुत किया गया है।)