Year 2025 Rajyog: नए साल का काउंडाउन शुरू हो चुका है. इस साल 7 राजयोग बनेंगे, लेकिन उनमें से तीन राजयोग बेहद शक्तिशाली सिद्ध होने वाले हैं. पहला सबसे बड़ा राजयोग जनवरी के महीने में बनेगा तो दूसरा राजयोग फरवरी 2025 में बनने जा रहा है. तीसरा सबसे बड़ा राजयोग जो है, जिसे गजकेसरी योग कहते हैं ये मई के महीने में बनेगा. अब किस तिथि को इनका निर्माण होने जा रहा है और उनसे किन राशियों को क्या लाभ मिलेगा आइए जानते हैं.
मालव्य राजयोग
ज्योतिष शास्त्र में मालव्य राजयोग को सबसे शक्तिशाली योग माना जाता है. साल 2025 में 28 जनवरी को इस योग का निर्माण होगा. आसान भाषा में आपको समझा दें कि जब शुक्र देव अपनी राशि वृषभ या तुला में केंद्र भाव में विराजमान होते हैं तब ये राजयोग बनता है. सोनिया गांधी और सानिया मिर्जा की कुंडली में यही राजयोग है. मिथुन राशि, कन्या राशि और वृषभ राशि और मीन राशि के जातकों का जीवन इस तिथि के बाद बदलना शुरू हो जाएगा. धन दौलत से इनके जीवन में नई खुशियां आएंगी और ये साल 2025 को भरपूर विलासिता के साथ जीएंगे.
लक्ष्मी नारायण योग
आने वाले नए साल 2025 में 27 फरवरी से लेकर 7 मई तक लक्ष्मी नारायण योग बनेगा. कुंडली में जब बुध और शुक्र दोनों ग्रह केंद्र भावों में युति का निर्माण करते हैं या फिर एक दूसरे पर दृष्टि डालते हैं तो लक्ष्मी नारायण योग बनता है. इस यौग के दौरान साल के इन कुछ महीनों में मिथुन राशि, कन्या राशि, धनु राशि और मीन राशि के जातकों को किसी भी तरह की धन की कमी नहीं होगी.
गजकेसरी योग
15 मई 2025 को बृहस्पति देव और शुक्र ग्रह के एक साथ आने पर गजकेसरी योग का निर्माण होगा. गुरु ग्रह मिथुन राशि में प्रवेश करेंगे. मिथुन राशि के जातकों के जीवन में बड़ा बदलाव आएगा. इनकी धन समृद्धि में वृद्धि ये योग बनेंगे. इन 5 राशियों मिथुन, कन्या, कुंभ, सिंह और मेष को इससे विशेष लाभ मिलेगा. अगर आप इस योग का पूरा लाभ लेना चाहते हैं तो गुरुवार का व्रत रखें और बृहस्पति देव की पूजा करें. चंद्रमा को मजबूत करने के लिए सोमवार को शिवलिंग पर जल अर्पित करना आपके लिए लाभदायक रहेगा. ॐ बृं बृहस्पतये नमः मंत्र का 108 बार जाप करें. जरूरतमंदों को दान, विशेषकर पीले रंग की वस्तुएं जैसे कपड़े, चना दाल या हल्दी का दान आपके लिए अच्छा रहेगा.
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(Disclaimer: यहां दी गई जानकारियां धार्मिक आस्था और लोक मान्यताओं पर आधारित हैं. न्यूज नेशन इस बारे में किसी तरह की कोई पुष्टि नहीं करता है. इसे सामान्य जनरुचि को ध्यान में रखकर यहां प्रस्तुत किया गया है.)