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नए साल के चार महीने तक शादी का कोई लग्‍न नहीं, 22 अप्रैल को पहला शुभ मुहूर्त

नए साल के चौथे महीने यानी अप्रैल से पहले कोई शादी नहीं होगी. 22 अप्रैल को नए साल का पहला लग्‍न है, जिसमें विवाह के लिए शुभ मुहूर्त है. नए साल में शादी के लिए कुल 50 दिन ऐसे हैं, जिन्‍हें शुभ विवाह के योग्‍य माना गया है.

Updated on: 14 Dec 2020, 03:30 PM

नई दिल्ली:

नए साल के चौथे महीने यानी अप्रैल से पहले कोई शादी नहीं होगी. 22 अप्रैल को नए साल का पहला लग्‍न है, जिसमें विवाह के लिए शुभ मुहूर्त है. नए साल में शादी के लिए कुल 50 दिन ऐसे हैं, जिन्‍हें शुभ विवाह के योग्‍य माना गया है. अगले साल तो वसंत पंचमी को भी शादी के योग्‍य नहीं माना गया है, जबकि वसंत पंचमी शादी के लिए अबूझ लग्‍न मानी जाती है. जानकार बताते हैं कि बृहस्पति और शुक्र ग्रह के कारण 2021 में जनवरी से लेकर 22 अप्रैल से पहले तक कोई शादी का मुहूर्त नहीं है. 

मकर संक्रांति के बाद 19 जनवरी से 16 फरवरी तक गुरु अस्त रहेगा. फिर 16 फरवरी से 17 अप्रैल तक शुक्र अस्त रहेगा. इस कारण विवाह का पहला मुहूर्त 22 अप्रैल को पड़ रहा है. देव शयनी एकादशी से पहले यानी 15 जुलाई तक शादी के 37 मुहूर्त हैं. 15 नवंबर को देव उठनी एकादशी से 13 दिसंबर तक 13 दिन विवाह के लिए शुभ हैं. 

16 फरवरी 2021 (वसंत पंचमी) को सूर्योदय के साथ ही शुक्र अस्त हो जाएगा. इस कारण पंचांगों में इसे विवाह मुहूर्त में नहीं गिना गया है. हालांकि वसंत पंचमी को शादी के लिए अबूझ मुहूर्त माना जाता है और उत्तराखंड सहित देश के कई हिस्सों में इस दिन बहुत शादियां होती हैं. 

तुलसी-शालिग्राम विवाह (देव प्रबोधिनी एकादशी) को भी विवाह के लिए शुभ माना जाता है. कहा जाता है कि इस दिन की गई शादी कभी नहीं टूटती और दांपत्‍य सुख हमेशा बरकरार रहता है. वहीं अक्षय तृतीया को भी अबूझ मुहूर्त मानते हुए शादियां की जाती हैं.

मकर राशि में प्रवेश के साथ ही सूर्य देव उत्तरायण हो जाते हैं और यह समय शादी-विवाह और अन्‍य शुभ कार्यों के लिए अति विशिष्‍ट होता है. हालांकि इस बार 14 जनवरी के बाद भी कुछ अलग योग बनने से शादी-विवाह का योग नहीं बन पा रहा है. 16 जनवरी को सूर्य देव गुरु के पश्चिम दिशा में अस्त होकर 12 फरवरी को उदित होंगे. वहीं सुख-संपन्नता के कारक ग्रह शुक्र 17 फरवरी 2021 को पूर्व दिशा में अस्त हो जाएंगे, जो 19 अप्रैल को पश्चिम दिशा में उदित होंगे.

सूर्य देव के 14 मार्च से 14 अप्रैल तक मीन राशि में होने के चलते खरमास लगा रहेगा. सूर्य, बृहस्पति एवं शुक्र की स्थिति अच्छी न होने से विवाह के लिए शुभ मुहूर्त नहीं होगा. यही कारण है कि 16 दिसम्बर 2020 से 22 अप्रैल 2021 तक वैवाहिक कार्यक्रम नहीं हो पाएंगे. वैवाहिक कार्यक्रम 22 अप्रैल 2021 के बाद ही शुरू हो पाएंगे.

2020 में पूरे साल कोरोना (Corona) का खौफ बना रहा और इससे बचने के लिए लागू हुए लॉकडाउन के चलते अप्रैल से जून तक 23 मुहूर्त ऐसे ही निकल गए. इस साल जनवरी से मार्च तक होली से पहले 19 दिन मुहूर्त थे. चतुर्मास के दौरान जुलाई से 24 नवंबर तक विवाह नहीं हो पाए. देव उठनी एकादशी से 11 दिसंबर तक सात दिन ही विवाह के लिए मिले.

2021 में शादी के लिए शुभ मुहूर्त

  • अप्रैल : 22, 24, 25, 26, 27, 30
  • मई : 1, 3, 7, 8, 15, 21, 22, 24
  • जून : 4, 5, 19, 30
  • जुलाई : 1, 2, 15
  • नवंबर : 19, 20, 21, 28, 29, 30
  • दिसंबर : 1, 6, 7, 11, 12,13