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एक गोत्र में क्यों नहीं होती लड़का-लड़की की शादी, इसके पीछे की बहुत बड़ी वजह है

अक्सर होता है कि लड़के को लड़की और लड़की को लड़का पसंद आ जाता है, लेकिन गोत्र के कारण बात अटक जाती है.

Updated on: 16 Apr 2020, 01:38 PM

नई दिल्ली:

शादी मानव समाज की सबसे महत्वपूर्ण प्रथा है. शादी करना हर किसी का सपना होता है. इससे ही दो अलग-अलग परिवार एक बंधन में बंधते हैं. मगर इससे पहले एक बात का खास ख्याल रखा जाता है और वो है गोत्र. लड़का और लड़की वाले रिश्ता तय करने पहले गोत्र पूछते हैं. इसके पीछे की एक बड़ी वजह है. सनातन धर्म में शादी से पहले लड़का और लड़की वालों के गोत्र मिलाए जाते हैं. 

गोत्र आपस में नहीं मिलने तो दोनों की शादी करा दी जाती है और यदि उनके गोत्र आपस में मिलते हैं तो उनकी शादी नहीं हो पाती. अक्सर होता है कि लड़के को लड़की और लड़की को लड़का पसंद आ जाता है, लेकिन गोत्र के कारण बात अटक जाती है. हम आपको बताएंगे कि आखिर क्यों गोत्र देखकर शादी तय होती है और एक जैसे गोत्र में शादी करने से क्या मुश्किलें आती है.

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हिंदू धर्म के अनुसार, शादी से पहले गोत्र मिलाना बहुत जरूरी होता है. एक जैसे गोत्र वाले लड़के और लड़की की शादी नहीं हो सकती है, क्योंकि सनातन धर्म के अनुसार, समान गोत्र वाले लड़का और लड़की भाई बहन होते हैं, जो पति पत्नी नहीं बन सकते. और यदि समान गोत्र में लड़का और लड़की की शादी हो जाती है तो कई तरह की समस्याएं सामने आती हैं. इनमें से एक यह भी मानी जाती है कि समान गोत्र में शादी से उनकी संतान कभी भी नॉर्मल नहीं हो सकती. उनके बच्चे अक्सर विकृत या फिर मानसिक तौर पर अपंग होते हैं.

सनातन धर्म के अनुसार, 7 पीढ़ियों के बाद गोत्र बदल जाते हैं. एक लड़का और एक लड़की 7 गोत्र के बाद उस गोत्र को दोबारा से दोहराते हैं तो उस गोत्र में उन दोनों की शादी आपस में हो सकती है. लेकिन कुछ विद्वान इस बात से साफ इनकार करते हैं. उनका मानाना है कि 7 पीढ़ी में भी गोत्र छोड़कर शादी करने से पिछली पीढ़ियों का अनुवांशिक गुण धर्म आने वाली पीढ़ी में आ जाता है.

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आपको एक और बात बता दें जो महत्वपूर्ण होती है. शादी तय करते हुए लड़का और लड़की के तीन गोत्र का मिलान किया जाता है. जिनमें पहला गोत्र लड़का या लड़की का, दूसरा मां का और तीसरा गोत्र दादी जाता है. इनमें से अगर एक भी गोत्र आपस में मिलता है तो लड़का और लड़की की शादी नहीं हो सकती है. हां अगर तीनों में से एक भी गोत्र न मिले तो रिश्ता पक्का किया जा सकता है.