logo-image

Chanakya Niti For Career and Education: इन बुरी आदतों से रहेंगे दूर, करियर और शिक्षा में पाएंगे लाभ भरपूर

चाणक्य नीति (chanakya niti) कहती है कि शिक्षा और करियर (Chanakya Niti for Career and Education) में अगर सफलता चाहिए तो गलत आदतों से हमेशा दूर रहना चाहिए. शिक्षा और करियर के निर्माण में तो गलत आदतें सबसे बड़ी बाधा होती हैं.

Updated on: 22 May 2022, 02:41 PM

नई दिल्ली:

चाणक्य नीति (Chanakya Niti) में लोगों के जीवन को खुशनुमा बनाने के लिए कई सुझाव दिए गए हैं. कहा जाता है कि जो लोग इनकी नीतियों का अनुसरण कर लेते हैं. उनके जीवन की परेशानियों का अंत हो जाता है. चाणक्य नीति में धर्म, धन, स्त्री, करियर, दोस्तों और शादीशुदा जिंदगी से जुड़ी बातों का भी जिक्र किया गया है. चाणक्य नीति कहती है कि शिक्षा और करियर (Chanakya Niti for Career and Education) में अगर सफलता चाहिए तो गलत आदतों से हमेशा दूर रहना चाहिए. शिक्षा और करियर के निर्माण में तो गलत आदतें सबसे बड़ी बाधा होती हैं. इसलिए इन बुरी आदतों से बचना चाहिए. तो, चलिए आपको बताते हैं कि वो आदतें (Ethics of Chanakya) कौन-सी हैं.  

यह भी पढ़े : Lucky Name Numerology Alphabets: जिन लोगों का शुरु होता है इन अक्षरों से नाम, पाते हैं प्यार और पैसा और होते हैं बुद्धिमान

समय को कभी न करें बर्बाद  
चाणक्य नीति के अनुसार समय को खराब करना अच्छी आदत नहीं होती. ये बुरी आदत है. समय का सही उपयोग करना चाहिए. समय बहुत ही कीमती होता है. शिक्षा और करियर में आगे बढ़ने के लिए समय की उपयोगिता को समझना चाहिए और उसके महत्व को (do not waste time) जानना चाहिए.  

नशे की लत से रहें दूर 
चाणक्य नीति के अनुसार नशा वगैराह नहीं करना चाहिए. ये सबसे बुरी आदतों में से एक होती है. युवावस्था में गलत आदतें ज्यादा आकर्षित करती है. इसलिए, इनसे सावधान रहना चाहिए. नशा सेहत के साथ मन और दिमाग पर भी खराब असर डालता है. ये आदत शिक्षा और करियर को सबसे ज्यादा नुकसान पहुंचाती है. इसलिए किसी भी तरह के नशे से दूर रहना (chanakya niti for success) चाहिए. 

यह भी पढ़े : Using of Right Hand in Path Puja: पूजा पाठ या शुभ कार्यों में दाएं हाथ का उपयोग होता है अनिवार्य, जानें इसके पीछे का रहस्य

आलस है इंसान का सबसे बड़ा दुश्मन 
आचार्य चाणक्य के अनुसार परिश्रम करने वाले लोगों को आलस से दूर रहना चाहिए. आलस सफलता में बाधक होता है. आलस की वजह से ही लोग अवसरों का पूर्ण लाभ नहीं उठा पाते हैं. जिसकी वजह से प्रतिद्वंदी आगे निकल जाते हैं. ऐसे लोगों को आगे चलकर बहुत कष्ट उठाना (chanakya niti full in hindi) पड़ता है.