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Sri krishna janmashtami 2018: जन्माष्टमी के दिन बजाए ये भजन, जानें सबसे प्रचलित कृष्ण भजन

कृष्ण जन्म को कुछ ही दिन बाकी है ऐसे में उनके जन्मस्थल मथुरा सहित पूरे देश में जन्माष्टमी की तैयारियां जोरों से चल रही है।

Updated on: 01 Sep 2018, 11:45 PM

नई दिल्ली:

कृष्ण जन्म को कुछ ही दिन बाकी है ऐसे में उनके जन्मस्थल मथुरा सहित पूरे देश में जन्माष्टमी की तैयारियां जोरों से चल रही है। हर साल भगवान कृष्ण के भक्त जन्माष्टमी का बहुत बेसब्री से इंतजार करते हैं। पूरी रात भगवान कृष्ण के जन्मदिन का जश्न धूमधाम से मनाया जाता हैं। मंदिरों से लेकर घरों तक 56 भोग लगाया जाता है। पूरे देश के कृष्ण मंदिर इन दिनों कृष्णमय रंग में रंगे नजर आते है। हर तरफ देवकी नंदन कन्हैया के भक्ति में लोग लीन नजर आते है लेकिन कृष्ण भजन के बिना जन्माष्टमी का त्योहार थोड़ा फीका लगता है तो आइए इस जन्माष्टमी इन भजनों के साथ अपने कान्हा की भक्ति में डूबे।

1. 'सत्यम शिवम सुंदरम' का लोकप्रिय गाना यशोमति मैय्या से बोले नंदलाल.. आज भी लोगों के दिलो में बसा हुआ है आज भी लोग इस गाने को गुनगुनाते हैइस गाने को गायिका लता मंगेशकर ने अपनी खूबसूरत आवाज में गाया है वही यह संगीत लक्ष्मीकांत-प्यारेलाल का है

2. जन्माष्टमी पर कृष्ण जन्म लेते है ऐसे में 'नंद के आनंद भयो जय कन्हैया लाल की' भजन भी लोगों के जुबां पर उस दिन चढ़कर बोलता है।

 

3. कहते है कि कृष्ण राधा के बिना अधूरे माने जाते है इसलिए अगर कृष्ण को प्रसन्न करना हो तो राधा का जाप जरुरी होता है। तो सुनिए कन्हैय और उनकी दीवानी राधा का यह सबसे प्रचलित गीत।

4. 'गोविंद बोलो हरि गोपाल बोलो राधा रमण हरि गोविंद बोलो' भजन की मधुर आवाज आपको श्री कृष्णा से प्रेम करेने पर मजबूर कर देती है। 

5. 'कभी राम बनके कभी श्याम बनके चले आना' सालों से हर भक्त का पसंदीद भजन बना हुआ है। इसमें नंदगोपाल को अलग-अलग रूपों में आने का आह्वन किया गया है।

6. हर कोई जानता है कि यशोदा का कन्हैया कितने नटखट थे। हर दिन उनके पास तमाम नंदलाला की तमाम शिकायतें आती थी। 'मईया मोरी मैं नहीं माखन खायो' गाना कृष्ण के बचपन का बयां करता है। 

7. 'छोटी-छोटी गईया छोटे-2 ग्वाल' कान्हा के ग्वालपन रूप को दर्शाता है। 

8. राधा-कृष्ण के प्रेम पर आधारित ये गाना कान्हा के भक्तों सें खास सुना जाता है।

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इसबार श्रीकृष्ण जन्माष्टमी 2 और 3 सितंबर यानी रविवार और सोमवार को मनाया जाएगा। बता दें कि भगवान श्रीकृष्ण को भगवान विष्णु का एक अवतार माना जाता है। इस दिन श्रद्धालु व्रत करते हैं और भगवान श्रीकृष्ण के रात 12 बजे जन्म होने के पूजा करके परायण करते हैं।