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कृष्ण जन्माष्टमी : ये हैं पूजा के शुभ मुहूर्त, मिलेगा पूर्ण लाभ

अच्‍छे मुहूर्त पर पूजा करने से मिलता है पूर्ण लाभ।

Updated on: 01 Sep 2018, 06:36 PM

नई दिल्‍ली:

इस साल श्री कृष्ण जन्माष्टमी 2 सितम्बर 2018 दिन रविवार को मनाई जाएगी, वहीं उदया तिथि अष्टमी एवं उदय कालिक रोहिणी नक्षत्र को मानने वाले वैष्णव लोग 3 सितम्बर को श्री कृष्ण जन्माष्टमी का व्रत पर्व मनाएंगे।  

यद्यपि अष्टमी तिथि रविवार को शाम 5 बजकर 9 मिनट से प्रारम्भ होकर सोमवार को दोपहर दिन में 3 बजकर 29 मिनट तक व्याप्त रहेगी। साथ ही रोहिणी नक्षत्र भी रविवार की सायं 6 बजकर 29 मिनट से प्रारम्भ होकर अगले दिन सोमवार को दिन में 5 बजकर 35 मिनट तक व्याप्त रहेगा। इस प्रकार 2 सितम्बर दिन रविवार को ही अष्टमी एवं रोहिणी नक्षत्र दोनों का योग अर्धरात्रि के समय मिल रहा है। इसलिए 2 सितम्बर दिन रविवार को ही जयन्ती योग में श्रीकृष्णावतार एवं जन्माष्टमी का व्रत सबके लिए होगा।

कृष्ण जन्माष्टमी 2018

2018 में श्री कृष्ण जन्माष्टमी 2 सितंबर

कृष्ण जन्माष्टमी पूजा का शुभ मुहूर्त

जन्माष्टमी के दिन निशिता पूजा का समय = 23:57 से

जन्माष्टमी में मध्यरात्रि का क्षण = 24:20

5 सितंबर को, पारण का समय = 20:05 के बाद

पारण के दिन अष्टमी तिथि के समाप्त होने का समय = 19:19

पारण के दिन रोहिणी नक्षत्र के समाप्त होने का समय = 20:05

वैष्णव कृष्ण जन्माष्टमी

2018 वैष्णव कृष्ण जन्माष्टमी, 3 सितंबर 2018

वैष्णव जन्माष्टमी के लिये अगले दिन का पारण समय = 06:04 (सूर्योदय के बाद)

पारण के दिन अष्टमी तिथि और रोहिणी नक्षत्र सूर्योदय से पहले समाप्त हो जाएंगे।


मथुरा में तीन सितम्बर को मनायी जाएगी जन्माष्टमी

भगवान श्री कृष्ण का जन्म रोहिणी नक्षत्र व्याप्त भाद्र पद अष्टमी को मध्य रात्रि में हुआ था। जन्म के समय स्थिर लग्न वृष का उदय हो रहा था एवं चन्द्रमा का संचरण भी वृष राशि में ही हो रहा था। इसी कारण प्रत्येक वर्ष वृष लग्न एवं वृष राशि मे श्री कृष्ण जन्मोत्सव विश्वभर में मनाया जाता है।