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Skand Shashthi 20220 Bhagwan Kartikey Stotra: भगवान कार्तिकेय का ये स्तोत्र है अत्यंत चमत्कारी, दूर कर देगा आपके बच्चे की हर लाइलाज बीमारी

पंचांग के मुताबिक इस महीने ये व्रत 5 जून रविवार याने कि आज को रखा जाएगा. ऐसे में अगर कोई भी व्यक्ति आज के दिन भगवान कार्तिकेय के इस स्तोत्र का पाठ करता है तो उसके बच्चे की स्वतः ही किसी भी प्रकार की बीमारी दूर हो जाती है.

Updated on: 05 Jun 2022, 12:44 PM

नई दिल्ली :

Skand Shashthi 20220 Bhagwan Kartikey Stotra: स्कंद षष्ठी हर माह की शुक्ल पक्ष की षष्ठी तिथि को मनाई जाती है. स्कंद षष्ठी के दिन भगवान शिव के ज्येष्ठ पुत्र भगवान कुमार कार्तिकेय की पूजा करने का विधान है. कार्तिकेय का एक नाम स्कंद भी है इसलिए इनकों समर्पित इस तिथि को स्कंद षष्ठी कहा जाता है. स्कंद षष्ठी के दिन भगवान कार्तिकेय की विधिवत पूजा की जाती है. स्कंद षष्ठी के दिन भगवान कार्तिकेय की पूजा करने और व्रत रखने से सुखी जीवन प्राप्त होता है. वहीं, इस दिन भगवान कार्तिकेय की स्तोत्र करने से न सिर्फ संतान सुख मिलता है बल्कि संतान का भविष्य भी संवर जाता है. यहां तक कि, संतान का शरीर रोग मुक्त रहता है और उसे कभी कोई बीमारी नहीं घेर पाती है. बता दें कि, पंचांग के मुताबिक इस महीने ये व्रत 5 जून यानी रविवार को रखा जाएगा.  

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स्कंद उवाच
योगीश्वरो महासेनः कार्तिकेयोऽग्निनन्दनः।
 स्कंदः कुमारः सेनानी स्वामी शंकरसंभवः॥१॥
 
गांगेयस्ताम्रचूडश्च ब्रह्मचारी शिखिध्वजः।
 तारकारिरुमापुत्रः क्रोधारिश्च षडाननः॥२॥

शब्दब्रह्मसमुद्रश्च सिद्धः सारस्वतो गुहः।
सनत्कुमारो भगवान् भोगमोक्षफलप्रदः॥३॥
 
शरजन्मा गणाधीशः पूर्वजो मुक्तिमार्गकृत्।
सर्वागमप्रणेता च वांछितार्थप्रदर्शनः ॥४॥
 
अष्टाविंशतिनामानि मदीयानीति यः पठेत्।
प्रत्यूषं श्रद्धया युक्तो मूको वाचस्पतिर्भवेत् ॥५॥

महामंत्रमयानीति मम नामानुकीर्तनात्।
महाप्रज्ञामवाप्नोति नात्र कार्या विचारणा ॥६॥