logo-image

Shardiya Navratri 2022 Don't : नवरात्रि के दौरान भूलकर भी न करें ये गलतियां, जीवनभर की पूंजी एक पल में बैठेंगे खो

Shardiya Navratri 2022 Donts: ज्योतिष शास्त्र के मुताबिक, नवरात्रि के नौ दिनों के दौरान कुछ उपायों को करने से व्यक्ति को बल, बुद्धि और संपत्ति का प्रबल आशीर्वाद मां से मिलता है.

Updated on: 01 Oct 2022, 11:57 AM

नई दिल्ली :

Shardiya Navratri 2022 Donts: शारदीय नवरात्रि 26 सितंबर, दिन सोमवार को कलश स्थापना के साथ ही शुरू हो चुकी है. जिसका समापन 5 अक्टूबर, दिन बुधवार को होगा. इस बार नवरात्रि पूरे नौ दिनों तक मनाई जाएगी. जगह जगह देश के कोने कोने में नवरात्रि की धूम देखने को मिल रही है. नवरात्रि के इन नौ दिनों में मां दुर्गा के नौ रूपों की विधिवत पूजा का विधान है. शास्त्रों के अनुसार, नवरात्रि के दौरान कुछ कामों को करने की सख्त मनाही है. माना जाता है कि जो भी व्यक्ति नवरात्रि के नौ दिनों में इन कामों न करने का दृढ़ संकल्प लेते हुए इसका पालन करता है उस पर और उसके पूरे परिवार पर मां की कृपा हमेशा बनी रहती है और माता रानी उसके सभी कष्टों का अंत कर देती हैं. ऐसे में आइए जानते हैं कि नवरात्रि के दौरान किन गलतियों को करने से बचना चाहिए.   

यह भी पढ़ें: Shardiya Navratri 2022 Navdurga 9 Name Rahasya: नवदुर्गा के नौ नामों के पीछे है नौ महा रहस्य, इस नवरात्रि खुल गया ये भेद

कन्याओं को न करें अपमानित 
हिंदू धर्म में कन्याओं को मां दुर्गा का रूप माना जाता है. इसलिए नवरात्रि में कन्या पूजन या कंजका पूजन का विधान है. नवरात्रि में किसी भी कन्या या महिला के प्रति बुरे विचार न लाएं, नहीं तो मां दुर्गा नाराज हो सकती हैं.  

घर को न लगाएं ताला 
यदि घर में नवरात्रि व्रत के कलश की स्थापना की है या अखंड ज्योति जला रखी है, तो नवरात्रि में घर को अकेला नहीं छोड़ना चाहिए. इससे माता रानी नाराज हो सकती हैं.  

लड़ाई- झगड़ा करने से बचें 
नवरात्रि के दौरान भक्तों को किसी भी प्रकार की  कलह या विवाद से दूर रहना चाहिए, क्योंकि कलह या विवाद से व्रतधारी की आत्मा को दुख पहुंचता है. जिससे देवी मां नाराज हो सकती हैं. वैसे भी धार्मिक मान्यता है कि लड़ाई झगड़े वाले घर में मां लक्ष्मी वास नहीं करती हैं.

तामसिक भोजन का करें त्याग 
नवरात्रि के पावन दिनों में सात्विकता का विशेष ध्यान रखना चाहिए. लहसुन और प्याज तामसिक भोजन में आता है. इसके सेवन से मन में कुत्सित विचार उपजते हैं. इससे मां की पूजा में बाधा आती है. परिणाम स्वरूप मन नाराज हो सकती हैं.