शनि और मंगल जल्द ही एक खतरनाक योग बनाने वाले हैं. जिससे कई राशियों को काफी कष्ट मिलने वाला है. ज्योतिष शास्त्र में मंगल को क्रूर ग्रहों की श्रेणी में रखा गया है. वहीं अगर कुंडली में इनकी स्थिति अच्छी ना हो तो इंसान को जीवन में कई परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है. इसके साथ ही ये राशि परिवर्तन करते हों तो कुछ राशियों के लिए शुभ होता है तो कुछ के लिए अशुभ होता है. अग्नि तत्व वाले मंगल 28 जुलाई को गोचर करके कन्या राशि में प्रवेश करने वाले हैं. वहीं शनि मीन राशि में हैं. मंगल गोचर से शनि और मंगल एक-दूसरे से 7वें भाव में रहेंगे और इससे समसप्तक योग बनेगा. आइए आपको बताते हैं कि कौन-सी राशियों की मुश्किल बढ़ेंगी.
मेष राशि
आप लोगों के लिए शनि और मंगल की युति नुकसानदायक साबित हो सकती है क्योंकि आपकी राशि के मंगल छठे भाव पर स्थिति होंगे. वहीं 12वें भाव में शनि देव विराजमान हैं. इससे फिजूल खर्चों का सामना भी करना पड़ सकता है. वहीं शनि और मंगल के मंत्रों का जाप करते रहिए.
मिथुन राशि
मंगल ग्रह का गोचर आपकी राशि से चतुर्थ भाव में होगा. ज्योतिषीय दृष्टि से इस भाव में मंगल की स्थिति अच्छी नहीं कही जा सकती. मंगल के गोचर के कारण आपको आर्थिक समस्याएं हो सकती हैं. इसके साथ ही माता-पिता के साथ भी आपके मतभेद उत्पन्न हो सकते हैं. बातचीत के दौरान आपको मार्यादा की सीमा का उल्लंघन करने से बचना चाहिए. भूमि-भवन या वाहन से जुड़ा कोई मामला आपको परेशान कर सकता है, इसलिए सावधान रहें. उपाय के तौर पर मिथुन राशि के लोगों को गुड़ और गेहूं का दान करना चाहिए.
कर्क राशि
शनि और मंगल का अशुभ योग नुकसानदायक साबित हो सकता है. क्योंकि आपकी राशि में सूर्य देव स्थित हैं. इसके साथ ही 17 अगस्त को केतु के साथ दूसरे भाव में चले जाएंगे. वहीं मंगल तीसरे भाव में, राहु अष्टम भाव में और शनि भाग्य स्थान पर रहेंगे. कुल मिलाकर 5 ग्रहों की टकराव वाली स्थिति बनेगी. वहीं सेहत खराब हो सकती है. इसके साथ ही किसी बात को लेकर तनाव रहेगा.
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(Disclaimer: यहां दी गई जानकारियां धार्मिक आस्था और लोक मान्यताओं पर आधारित हैं. न्यूज नेशन इस बारे में किसी तरह की कोई पुष्टि नहीं करता है. इसे सामान्य जनरुचि को ध्यान में रखकर यहां प्रस्तुत किया गया है.)