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Shani Gochar 2023: अगर आपकी कुंडली में है शनि की साढ़ेसाती का दोष, तो इन अचूक उपायों से मिलेगी राहत

कर्मफलदाता शनि, जो लोगों के हर अच्छे और बुरे कर्म का हिसाब रखते हैं

Updated on: 22 Nov 2022, 01:57 PM

नई दिल्ली :

Shani Gochar 2023 : कर्मफलदाता शनि, जो लोगों के हर अच्छे और बुरे कर्म का हिसाब रखते हैं और उसी के हिसाब से उन्हें अच्छा फल देते हैं और दंड भी देते हैं. ज्योतिषी शास्त्र के मुताबिक, अगले साल यानी वर्ष 2023 जनवरी के महीने में शनि देव कुंभ राशि में गोचर करने जा रहे हैं. फिलहाल अभी शनि देव मकर राशि में अपना स्थान बनाए हुए हैं. तो ऐसे में आपको बता दें अगले साल शनि देव के गोचर होने पर इसका कौन सी राशि पर प्रभाव देखने को मिल सकता है. क्या उपाय करना चाहिए, इसके अलावा शनि देव को कैसे प्रसन्न करें?

अगर कुंडली में दोष, तो करें ये उपाय
- अगर आपकी कुंडली में शनि की साढ़ेसाती का दोष है, इसके अलावा शनि देव से जुड़ी समस्याएं कम होने के बजाय और बढ़ती जा रही है, तो ऐसे में आपको गरीब और जरूरतमंद लोगों को भोजन जरूर कराना चाहिए.
- अपनी इच्छानुसार दान करना चाहिए. इसके अलावा शनिवार के दिन शनि देव की अराधना कर शमी के पौधे के नीचे सरसों तेल का दीपक जरूर रखें.
-पितरों से जुड़ी समस्याओं के लिए आपको पीपल के पेड़ में जल जरूर चढ़ाना चाहिए, इसके अलावा घी का दीपक जलाएं. बता दें,शनि देव का कुंभ राशि में परिवर्तन करने पर मकर राशि और कुंभ राशि वालों को धन लाभ होने की संभावना है.
- शनि गोचर कर पर कर्क राशि और वृश्चिक राशि के लिए समय थोड़ा मुश्किल भरा रहना वाला साबित होता, सेहत पर विशेष ध्यान देने की आवश्यकता है.
-आपको बता दें शनि किसी में राशि में 7 साल तक रहते हैं, जिसे साढ़ेसाती कहते हैं, वहीं इस समय कुंभ राशि, धनु राशि और मकर राशि पर शानि की साढ़ेसाती का प्रभाव रहेगा. इसलिए आपको शनि देव को सदैव प्रसन्न रखने की आवश्यकता है.

शनिदेव को ऐसे करें प्रसन्न
1- संध्या के समय पीपल के पेड़ के नीचे घी का दीपक जलाएं.
2-शनिदेव को तेल जरूर चढ़ाएं और शवि देव को नीले फूल बेहद पसंद हैं, इसलिए पूजा में नीले फूल ही चढ़ाएं.
3-पीपल के पेड़ में जल अर्पित करें और सात बार परिक्रमा लगाएं, इसके अलावा किसी जरूरतमंद को भोजन कराएं.
4-शनिवार के दिन स्नान करने के बाद कटोरी में तेल लें और उस तेल में अपना चेहरा देखें और फिर उस तेल को किसी जरूरतमंद को दान कर दें.
5-मंगलवार और शनिवार के दिन हनुमान चालीसा का पाठ करें और उनको बूंदी के लड्डू चढ़ाएं.