/newsnation/media/post_attachments/images/2022/07/31/ganesh-n1-40.jpg)
विनायक चतुर्थी पर चंद्र दर्शन से जुड़ा है श्री कृष्ण के विवाह का रहस्य( Photo Credit : News Nation)
Sawan Vinayak Chaturthi 2022 Chandra Darshan Varjit: हर माह के दोनों पक्षों की चतुर्थी भगवान गणेश को समर्पित है. कृष्ण पक्ष की चतुर्थी को संकष्टी चतुर्थी के नाम से जाना जाता है. वहीं, शुक्ल पक्ष की चतुर्थी को विनायक चतुर्थी कहा जाता है. सावन में विनायक चतुर्थी 1 अगस्त, सोमवार की पड़ रही है. इस बार भगवान शिव और गणेश जी की पूजा-अर्चना साथ ही की जाएगी. इस दिन व्रत रखकर आप भोलेनाथ के साथ गणेश जी का भी आशीर्वाद पा सकेंगे.
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार सावन का महीना शिव परिवार की पूजा के लिए बहुत लाभकारी माना गया है. ऐसे में विनायक चतुर्थी पर गणेश जी का आशीर्वाद पाने का विशेष अवसर है. विनायक चतुर्थी के दिन रवि योग का निर्माण हो रहा है. मान्यता है कि इस दिन चंद्र दर्शन नहीं किए जाते हैं. आइए जानते हैं इसकी कथा के बारे में.
इस दिन भूल से भी न करें चंद्र दर्शन
शास्त्रों में निहित है कि विनायक चतुर्थी के दिन चंद्र दर्शन वर्जित होते हैं. द्वापर युग में भगवान श्री कृष्ण से जुड़ी हुई एक घटना है. एक बार श्री कृष्ण ने विनायक चतुर्थी पर चंद्रमा को देख लिया था, जिसके बाद उन पर स्यामंतक मणि चोरी करने का झूठा आरोप लगा था.
अपने इस झूठ को गलत साबित करने के लिए श्री कृष्ण को जामवंत से कई दिनों तक युद्ध करना पड़ा था. इसके बाद श्री कृष्ण उस झूठ से मुक्त हो गए थे और जामवंत ने अफनी पुत्री जामवंती का विवाह श्री कृष्ण से कर दिया था. तब से ही विनायक चतुर्थी के दिन चंद्र दर्शन करने की मनाही है.