Shivratri 2019: सावन के शिवरात्रि में करें ये उपाय कुंवारों को मिलेगा मनचाहा साथी

इसमें व्रत रखने वालों के पाप का नाश होता है और कुंवारे लोगों को मनचाहा वर या वधु मिलती है. दांपत्य जीवन में प्रेम की प्रगाढ़ता बढ़ती है.

इसमें व्रत रखने वालों के पाप का नाश होता है और कुंवारे लोगों को मनचाहा वर या वधु मिलती है. दांपत्य जीवन में प्रेम की प्रगाढ़ता बढ़ती है.

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Drigraj Madheshia
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Shivratri 2019: सावन के शिवरात्रि में करें ये उपाय कुंवारों को मिलेगा मनचाहा साथी

प्रतिकात्‍मक चित्र

वैसे तो साल में कुल 12 शिवरात्रि (Shivratri)आती है जिनमें से सबसे मुख्य महाशिवारात्रि (Maha Shivratri) को माना जाता है. यह हर महीने कृष्‍ण पक्ष की चतुर्दशी को होती है. इसके अलावा जो शिवरात्रि (Shivratri)बहुत श्रद्धापूर्वक मनाई जाती है वह है सावन की शिवरात्रि. इसमें व्रत रखने वालों के पाप का नाश होता है और कुंवारे लोगों को मनचाहा वर या वधु मिलती है. दांपत्य जीवन में प्रेम की प्रगाढ़ता बढ़ती है.

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शिवरात्रि (Shivratri)का व्रत रखने और इस दिन भगवान शिव की विधि-विधान से पूजा करने वाले भक्‍तों को शांति, रक्षा, सौभाग्य और आरोग्य की प्राप्ति होती है. मान्यता यह भी है कि सावन की शिवरात्रि (Shivratri)मनुष्‍य के सभी पाप को धो देती है.

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इस साल महाशिवरात्रि (Shivratri)30 जुलाई को मनाई जा रही है. मान्‍यता है कि सावन के महीने में स्वयं भगवान शिव, माता पार्वती, गणेश, कार्तिकेय, नंदी और अपने शिवगणों सहित पूरे महीने पृथ्वी पर विराजते हैं. यही वजह है कि सावन शिवरात्रि (Shivratri)(Shivratri) के दिन भगवान भोले नाथ की विशेष पूजा का विधान है.

सावन शिवरात्रि (Shivratri)की तिथि और शुभ मुहूर्त

चतुर्दशी तिथि प्रारंभ: 30 जुलाई 2019 को दोपहर 02 बजकर 49 मिनट से
चतुर्दशी तिथि समाप्त: 31 जुलाई 2018 को सुबह 11 बजकर 57 मिनट तक
निशिथ काल पूजा: 31 जुलाई 2019 को दोपहर 12 बजर 06 मिनट से 12 बजकर 49 मिनट तक
पारण का समय: 31 जुलाई 2019 को सुबह 05 बजकर 46 मिनट से सुबह 11 बजकर 57 मिनट तक

पूजन विधि

  • शिवरात्रि (Shivratri)के दिन सुबह जल्‍दी उठकर स्‍नान कर स्‍वच्‍छ वस्‍त्र धारण करें. इसके बाद व्रत का संकल्‍प लें.
  • अब घर के मंदिर या शिवालय जाकर शिवलिंग पर पंचामृत (दूध, दही, शहद, घी और गन्‍ने का रस या चीनी का मिश्रण) चढ़ाएं.
  • अब 'ॐ नमः शिवाय' का जाप करते हुए शिवलिंग पर एक-एक कर बेल पत्र, फल और फूल चढ़ाएं.

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  • मान्‍यता है कि सावन शिवरात्रि (Shivratri)पर भोलेनाथ को तिल चढ़ाने से पापों का नाश होता है.
  • मनचाहा वर पाने के लिए चने की दाल का भोग लगाने का विधान है.
  • घर में सुख-शांति के लिए धतूरे के पुष्‍प या फल का भोग लगाया जाता है.
  • शत्रुओं पर विजय पाने या कोर्ट केस जीतने के लिए शिवलिंग पर भांग भी चढ़ाई जाती है.

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