/newsnation/media/post_attachments/images/2018/08/06/sawan-38.jpg)
दिल्ली के गौरी-शंकर मंदिर में लगी भक्तों की कतार
सावन का दूसरा सोमवार आज है और मंदिरों के बाहर भक्तों की भीड़ लगी हुई है। आज के दिन बेहद शुभ संयोग बन है। इस संयोग में पूजा करने से भगवान शिव हर मनोकामना पूरी करते हैं।
यहीं कारण है कि आज सुबह से ही मंदिरों में भक्तों का ताता लगा हुआ है। मंदिरों के बाहर सुबह से ही भक्त हाथों में पूजा की थाली और दिल में आस्था लिए भगवान शिव का अभिषेक करने के लिए मंदिरों के बाहर लंबी कतारों में लगे हुए हैं। सावन के दूसरे सोमवार भक्तों का खासा उत्साह देखा जा रहा है।
झारखंड के देवघर में बाबा बद्रीनाथ धाम के बाहर लगी श्रद्धालुओं की भीड़।
Deoghar: Devotees gather at Baba Baidyanath Dham to offer prayers to Lord Shiva on the second Monday of 'sawan' month. #Jharkhandpic.twitter.com/zo8jme6RZ6
— ANI (@ANI) August 6, 2018
उत्तर प्रदेश के वाराणसी में काशी विश्वनाथ मंदिर के बाहर कड़ी सुरक्षा के बीच कतारों में खड़े लोग।
Varanasi: Devotees queue up outside Kashi Vishwanath Temple to offer prayers to Lord Shiva on the second Monday of 'sawan' month. pic.twitter.com/u2yrVFesVq
— ANI UP (@ANINewsUP) August 6, 2018
उत्तराखंड में हरिद्वार से दक्षा महादेव मंदिर की तस्वीरें आई हैं। जहां भक्त भगवान शिव का जलाभिषेक करते हुए देखे जा सकते हैं।
Haridwar: Devotees offer prayers to Lord Shiva at Daksha Mahadev temple on the second Monday of 'sawan' month. #Uttarakhandpic.twitter.com/JXjhgQILlB
— ANI (@ANI) August 6, 2018
दूसरे सोमवार यानी आज के दिन सर्वार्थ सिद्धि योग बना है इसके साथ ही वृद्धि योग और कृतिका नक्षत्र का संयोग बना है। जब सोमवार में इस तरह का योग बनता है तब इस मुहूर्त में शुक्र अस्त, पंचक, भद्रा आदि पर विचार करने की जरूरत नहीं होती है। सच्चे मन से भगवान शिव की पूजा करने पर उनका आशीर्वाद मिलता है।
और पढ़ें- 2019 में एकजुट विपक्ष को ऐसे साधेगी शाह की टीम, दलित-ओबीसी के लिए खास रणनीति तैयार
सावन के महीने में आप गृह प्रवेश, घर-गाड़ी खरीदना, कीमती सामना खरीदना या अन्य शुभ कार्य आप इस महीने में कर सकते हैं। इस दौरान पूजा करने से सभी नकारात्मक ऊर्जा आपके पास नहीं आती है।
और पढ़ें- क्या पीएम उम्मीदवार के नाम पर विपक्ष में पड़ेगी फूट, राहुल नहीं इन्हें पीएम बनाना चाहते हैं देवगौड़ा
संक्रांति की गणना के अनुसार, सावन का महीना 16 जुलाई, सोमवार से शुरू चुका था। उत्तराखंड, नेपाल और अन्य पहाड़ी इलाकों में लोग संक्रांति की गणना को ही मानते हैं। लेकिन पूरे देश में मुख्य रूप से पूर्णिमा की गणना के अनुसार ही सावन सोमवार का व्रत रखा जाता है। पूर्णिमा की गणना से 28 जुलाई से सावन की शुरुआत हुई है और पहला सावन सोमवार 30 जुलाई और दूसरा सोमवार 6 अगस्त को विशेष संयोग के साथ है।
Source : News Nation Bureau
/newsnation/media/agency_attachments/logo-webp.webp)
Follow Us