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Sanatan Dharma( Photo Credit : Social Media)
सनातन धर्म भारतीय सभ्यता का एक प्रमुख धार्मिक परंपरा है जिसका महत्व भारतीय सांस्कृतिक विरासत में अत्यधिक है. यह धर्म अनादि और अनंत माना जाता है, अर्थात इसका आरम्भ नहीं हुआ और न ही इसका अंत. सनातन धर्म के अनुयायी इसे "सनातन" कहते हैं क्योंकि वे मानते हैं कि यह धर्म हमेशा से अस्तित्व में है और कभी समाप्त नहीं होगा. इस धर्म के मुख्य सिद्धांत और मूल उद्देश्यों में धर्म, अर्थ, काम, और मोक्ष का अर्थ प्रमुख हैं. यह धर्म ब्रह्मण, क्षत्रिय, वैश्य, और शूद्र आदि वर्ण व्यवस्था और चार आश्रमों - ब्रह्मचर्य, गृहस्थ, वानप्रस्थ, और संन्यास का आदर करता है. सनातन धर्म में कई देवी-देवताओं की पूजा, यज्ञ, तप, आरती, प्रार्थना, और ध्यान आदि की विधियां बताई गई हैं जो भक्ति के माध्यम से ईश्वर की प्राप्ति को सुनिश्चित करती हैं. यह धर्म सभी जीवों के प्रति सहानुभूति, अहिंसा, धर्म और सत्य के प्रति समर्पित है। इसके अनुयायियों के लिए धर्म अपने जीवन में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है और उन्हें सच्चे और सात्विक जीवन जीने के लिए मार्गदर्शन प्रदान करता है. सनातन धर्म के 10 महत्वपूर्ण सिद्धांत जानिए..
धर्म-ध्यान: सनातन धर्म के अनुसार, ध्यान और धर्मव्यापार समाज को स्थिरता, शांति और संतुलन प्रदान करते हैं.
सद्भावना: समाज के सदस्यों के बीच सद्भावना और सहयोग के भाव को बढ़ावा देने के लिए सनातन धर्म महत्वपूर्ण रूप से शिक्षा देता है.
धर्म-सेवा: सनातन धर्म के अनुसार, समाज के लाभ के लिए धर्म-सेवा करना एक महत्वपूर्ण धार्मिक कर्तव्य है.
गुरु-शिष्य परम्परा: गुरु-शिष्य परंपरा समाज के उत्थान और उन्नति के लिए महत्वपूर्ण है, और सनातन धर्म इसे प्रोत्साहित करता है.
वेद-शिक्षा: सनातन धर्म के अनुसार, वेदों की शिक्षा समाज के लोगों को ज्ञान और विवेक के लिए प्रेरित करती है.
कर्म-कर्मफल सिद्धांत: सनातन धर्म में कर्म करने का बड़ा महत्व है, और यह सिद्धांत समाज को कर्मफल के लिए जिम्मेदार बनाता है.
परमात्मा की भक्ति: सनातन धर्म में परमात्मा की भक्ति समाज के लोगों को आध्यात्मिक विकास और शांति के प्राप्ति के लिए प्रेरित करती है.
संतति का महत्व: सनातन धर्म के अनुसार, संतान परंपरा समाज की स्थिरता और परंपरागत संगठन को बनाए रखने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है.
सामाजिक न्याय: सनातन धर्म में समाज के सदस्यों के बीच सामाजिक न्याय और समानता का महत्व बताया गया है.
संस्कृति और धर्म की रक्षा: सनातन धर्म समाज की संस्कृति और धर्म की रक्षा करता है, जो समाज के लिए आधारशिला का कार्य करता है.
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(Disclaimer: यहां दी गई जानकारियां धार्मिक आस्था और लोक मान्यताओं पर आधारित हैं. न्यूज नेशन इस बारे में किसी तरह की कोई पुष्टि नहीं करता है. इसे सामान्य जनरुचि को ध्यान में रखकर यहां प्रस्तुत किया गया है.)
Source : News Nation Bureau