Vastu Tips For Utensils: लोहे के बर्तन रखने की सही दिशा क्या है, जानें इसका धार्मिक महत्व
Vastu Tips: वास्तु शास्त्र के अनुसार घर में लोहे के बर्तन रखने की सही दिशा बहुत जरूरी है. आइए जानते हैं इसे रखने की सही दिशा के बारे में.
नई दिल्ली :
Vastu Tips: लोहे के बर्तन रखने की सही दिशा आपके घर की वास्तु और आपके व्यक्तिगत लक्ष्यों पर निर्भर करती है. लोहे के बर्तनों को धार्मिकता के और आध्यात्मिक आयाम के रूप में देखा जाता है और इन्हें पूजा, यज्ञ, और धार्मिक आराधना में उपयोग किया जाता है. वैदिक काल से ही लोहे के बर्तनों को यज्ञ, हवन, और धार्मिक कार्यक्रमों में महत्वपूर्ण माना गया है. यहां तक कि वेदों में लोहे के बर्तनों के उपयोग की विविध उल्लेख है, जैसे कि यज्ञ के लिए जल और घी को धारण करने के लिए पात्र. धार्मिक संदर्भ में, लोहे के बर्तनों को पूजा के दौरान जल, तेल, घी, धूप, और चादर आदि को समर्पित किया जाता है. इन बर्तनों को पवित्र माना जाता है और उनके माध्यम से धार्मिक क्रियाओं को सम्पन्न किया जाता है. इनको यज्ञ और पूजा में उपयोग करने का धार्मिक महत्व है क्योंकि इससे वे पवित्रता और शुद्धता की भावना से भर जाते हैं और धार्मिक कार्यों में उनका उपयोग सम्पन्न होता है. इसलिए, हिन्दू धर्म में लोहे के बर्तनों को धार्मिकता के प्रतीक के रूप में महत्वपूर्ण माना जाता है.
किस दिशा में रखें लोहे के बर्तन
1. पश्चिम दिशा: लोहे के बर्तन रखने के लिए पश्चिम दिशा सबसे शुभ मानी जाती है. यह दिशा शनिदेव से संबंधित है, जो लोहे के देवता हैं. इस दिशा में लोहे के बर्तन रखने से आपको शनिदेव की कृपा प्राप्त होगी, जिससे आपको धन, स्वास्थ्य, और सफलता प्राप्त होगी.
2. उत्तर दिशा: उत्तर दिशा भी लोहे के बर्तन रखने के लिए शुभ मानी जाती है. यह दिशा कुबेर देवता से संबंधित है, जो धन के देवता हैं. इस दिशा में लोहे के बर्तन रखने से आपको धन और समृद्धि प्राप्त होगी.
3. दक्षिण-पूर्व दिशा: लोहे के बर्तन रखने के लिए दक्षिण-पूर्व दिशा अशुभ मानी जाती है. यह दिशा अग्नि देवता से संबंधित है, जो लोहे के विरोधी माने जाते हैं. इस दिशा में लोहे के बर्तन रखने से आपको धन हानि, स्वास्थ्य समस्याएं, और अन्य नकारात्मक प्रभावों का सामना करना पड़ सकता है.
4. अन्य दिशाएं:
पूर्व दिशा: लोहे के बर्तन रखने के लिए पूर्व दिशा तटस्थ मानी जाती है.
उत्तर-पश्चिम दिशा: लोहे के बर्तन रखने के लिए उत्तर-पश्चिम दिशा भी तटस्थ मानी जाती है.
दक्षिण-पश्चिम दिशा: लोहे के बर्तन रखने के लिए दक्षिण-पश्चिम दिशा भी तटस्थ मानी जाती है.
लोहे के बर्तनों को साफ और सूखा रखें इन्हें जंग से बचाएं. लोहे के बर्तनों को धोने के लिए गर्म पानी और साबुन का उपयोग करें. लोहे के बर्तन रखने की सही दिशा चुनने से आपको अपने जीवन में सकारात्मक बदलाव लाने में मदद मिल सकती है.
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(Disclaimer: यहां दी गई जानकारियां धार्मिक आस्था और लोक मान्यताओं पर आधारित हैं. न्यूज नेशन इस बारे में किसी तरह की कोई पुष्टि नहीं करता है. इसे सामान्य जनरुचि को ध्यान में रखकर यहां प्रस्तुत किया गया है.)
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