Richest Temples of India: भारत में श्रद्धा और भक्ति की कमी नहीं है. सनातन धर्म में दान-धर्म का बहुत महत्व बताया गया है. जब हम खुश होते हैं या जब परेशान होते हैं हर हाल में मंदिर जाते हैं और अपनी श्रद्धा अनुसार भगवान को प्रेम स्वरूप कुछ न कुछ भेंट करते हैं. ऐसा माना जाता है कि हमारे पास जो भी है वो सब भगवान का दिया ही है. भारत में एक से एक अमीर लोग तो रहते ही हैं लेकिन भारत के मंदिर कितने अमीर हैं ये शायद आप सपने में भी न सोच पाएं. भारत के मंदिरों में सालभर में जितना दान जमा होता है उससे किसी भी एक देश का वार्षिक बजट बन सकता है. भारत के प्रमुख मंदिरों में भक्तों द्वारा हर वर्ष करोड़ों रुपये का दान दिया जाता है। हालांकि वर्ष 2024 के सटीक आंकड़े उपलब्ध नहीं हैं लेकिन मीडिया सोर्सिस के अनुसार, भारत के कुछ सबसे अमीर मंदिरों की वार्षिक आय क्या है जान लें.
तिरुमाला तिरुपति वेंकटेश्वर मंदिर, आंध्र प्रदेश (Tirupati Balaji Temple)
आंध्र प्रदेश का तिरुपति मंदिर विश्व प्रसिद्ध है. इस साल मंदिर के लड्डू के प्रसाद को लेकर कॉन्ट्रोवर्सी ने तूल पकड़ा. लेकिन, बावजूद इसके इस साल भी इस मंदिर में सबसे ज्यादा दान आया. इस साल के सरकारी आंकड़े तो अब तक नहीं आए हैं लेकिन अनुमानित आंकड़ों के अनुसार बताया जा रहा है कि इस साल मंदिर में लगभग 1500-2000 करोड़ का दान आया है.
पद्मनाभस्वामी मंदिर, तिरुवनंतपुरम, केरल (Padmanabhaswamy Temple)
केरल के पद्मनाभस्वामी मंदिर की संपत्ति का अनुमान लगभग 1,20,000 करोड़ रुपये है, जिसमें भक्तों द्वारा हर साल लगभग 700-800 करोड़ रुपये का दान दिया जाता है। इस साल भी माना जा रहा है कि दान पिछले साल से ज्यादा आया है.
शिरडी साईंबाबा मंदिर, महाराष्ट्र (Shirdi Sai Baba Temple)
महाराष्ट्र के शिरडी में बना सांई मंदिर भी देश के सबसे अमीर मंदिरों में से एक है, जहां भक्तों द्वारा हर साल लगभग 400 करोड़ रुपये का दान दिया जाता है। इस साल पिछले साल की तुलना में ज्यादा भक्त माथा टेकने पहुंचे हैं. इससे अनुमान लगाया जा रहा है कि इस बार 450-500 करोड़ तक मंदिर को दान मिला होगा.
वैष्णो देवी मंदिर, जम्मू-कश्मीर (Shri Vaishno Devi Temple)
माता वैष्णो देवी के दरबार में माथा टेकने के लिए सालभर में करोड़ो लोग जाते हैं. मंदिर में हर साल भक्तों द्वारा लगभग 500 करोड़ रुपये का दान दिया जाता है। कोरोना काल के बाद वैष्णों देवी में आने वाले भक्तों की संख्या भी बढ़ी है. ऐसे में इस साल मंदिर को पिछले सालों की तुलना में अधिक दान मिलने का अनुमान है. देश के सबसे धनी मंदिरों में से एक इस मंदिर में विश्वभर से हर साल लोग आते हैं.
स्वर्ण मंदिर, अमृतसर, पंजाब (Golden Temple)
सिख धर्म के इस प्रमुख धार्मिक स्थल की वार्षिक आय लगभग 500 करोड़ रुपये है. गुरुद्वारे में हर दिन 35000 से ज्यादा लोगों को लंगर करवाया जाता है. माना जा रहा है कि इस साल दान से जमा हुई राशि 500-600 करोड़ रुपये है.
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(Disclaimer: यहां दी गई जानकारियां धार्मिक आस्था और लोक मान्यताओं पर आधारित हैं. न्यूज नेशन इस बारे में किसी तरह की कोई पुष्टि नहीं करता है. इसे सामान्य जनरुचि को ध्यान में रखकर यहां प्रस्तुत किया गया है.)