तुलसी का पौधा आपको बना सकती है अमीर, इस तरह करें इसे धारण
कहा जाता है जहां भगवान विष्णु होंगे वहां माता लक्ष्मी भी वास करती हैं. तो जिनके घर तुलसी की छाया होती है वहां कभी भी आर्थिक तंगी नहीं आती. परिवार तरक्की की राह पर चलता है.
नई दिल्ली :
सनातन धर्म में तुलसी (Tulsi) के पौधे की बहुत अहमियत मानी गई है. जिस घर में तुलसी होती है वहां से नकारात्मक शक्तियां दूर हो जाती हैं. कहा भी जाता है जिसके आंगन में तुलसी और द्वारे यानी दरवाजे के पास नीम रहे उस घर में रोग-दुख और दरिद्रता दूर रहती है. माता तुलसी की कृपा से धन की प्राप्ति होती है. शास्त्रों के मानें तुलसी के पौधों की जड़ों में भगवान विष्णु का वास होता है. वो शालिग्राम रूप में वहां निवास करते हैं. कहा जाता है जहां भगवान विष्णु होंगे वहां माता लक्ष्मी भी वास करती हैं. तो जिनके घर तुलसी की छाया होती है वहां कभी भी आर्थिक तंगी नहीं आती. परिवार तरक्की की राह पर चलता है.
तुलसी के जड़ को करे धारण
कहा जाता है कि आप खूब मेहनत कर रहे हैं, लेकिन हाथ कुछ नहीं लग रहा. तो उपाय बताया गया है कि अगर आप तुलसी की जड़ को चांदी की लॉकेट में धारण करते हैं तो धन आगमन का रास्ता खुल जाता है. इतना ही नहीं आपके नवग्रह या अन्य दोष भी दूर हो जाते हैं.
नवग्रह का दोष होता है दूर
प्रतिदिन स्नान करने के बाद तुलसी को जल चढ़ाने से नवग्रह का दोष दूर हो जाते हैं. जड़ की मिट्टी को माथे से लगाने से मन की शांति प्राप्त होती है. दुर्भाग्य दूर हो जाता है. इतना ही नहीं सम्मोहन शक्ति बढ़ जाता है. आपसे व्यक्ति बहुत जल्द प्रभावित होने लगते हैं.
तुलसी में औषधीय गुण होता है
तुलसी में औषधीय गुण है. यह शरीर को रोगों से लड़ने की शक्ति देता है. सर्दी-खांसी में अगर आप तुलसी पत्ता या फिर उसके बीज का सेवन करते हैं तो यह बीमारी खत्म हो जाता है. घर में कीट-पतंगों का वास भी कम हो जाता है.
वीडियो
IPL 2024
मनोरंजन
धर्म-कर्म
-
Hanuman Jayanti 2024 Date: हनुमान जयंती पर बनेगा गजलक्ष्मी राजयोग, जानें किन राशियो की होगी आर्थिक उन्नति
-
भारत के इस मंदिर में नहीं मिलती पुरुषों को एंट्री, यहां होते हैं कई तांत्रिक अनुष्ठान
-
Mars Transit in Pisces: 23 अप्रैल 2024 को होगा मीन राशि में मंगल का गोचर, जानें देश और दुनिया पर इसका प्रभाव
-
Kamada Ekadashi 2024: कामदा एकादशी से पहले जरूर करें 10 बार स्नान, सफलता मिलने में नहीं लगेगा समय