Religious Calendars: नया साल 1 जनवरी से शुरू होता है, लेकिन भारत में हर धर्म का अपना कैलेंडर है. जिनका नया साल 1 जनवरी से नहीं बल्कि अलग-अलग तारीखों से शुरू होता है. ये तो सब जानते हैं कि भारत विविधताओं से भरा देश है जहां हर धर्म और समुदाय के अपने कैलेंडर और नए साल का महत्व है. 1 जनवरी को ग्रेगोरियन कैलेंडर के अनुसार नया साल मनाया जाता है लेकिन भारत में हर धर्म के अनुसार नए साल की शुरुआत अलग-अलग तारीखों पर होती है. किस धर्म का नया साल किस तिथि से शुरू होता है आइए जानते हैं.
भारत के धार्मिक कैलेंडर (Religious Calendars of India)
हिंदू नववर्ष (विक्रम संवत और शक संवत)
हिंदू कैलेंडर (hindu calendar) के अनुसार, विक्रम संवत का नया साल चैत्र शुक्ल प्रतिपदा से शुरू होता है. इसे गुड़ी पड़वा और चेटी चंड के रूप में भी मनाया जाता है. 2025 में 30 मार्च से नया साल शुरू हो रहा है. लेकिन भारत सरकार का राष्ट्रीय कैलेंडर शक संवत पर आधारित है. इसका नया साल चैत्र मास के प्रथम दिन से शुरू होता है. इस आधार पर 2025 में नया साल 22 मार्च से शुरू होगा.
इस्लामी नया साल (हिजरी कैलेंडर)
इस्लामिक कैलेंडर (Islamic Calendar) का नया साल मुहर्रम के पहले दिन से शुरू होता है. जो साल 2025 में 29 जून (चांद दिखने पर निर्भर) होगा, उसी तिथि से शुरू होगा.
सिख नववर्ष (नानकशाही कैलेंडर)
सिख धर्म का नया साल होला मोहल्ला के बाद मार्च में शुरू होता है. इसे नानकशाही कैलेंडर (Sikh Calendar) कहा जाता है. जो साल 2025 में 14 मार्च से शुरू हो रहा है.
पारसी नववर्ष (नवरोज)
पारसी समुदाय का नया साल नवरोज के रूप में मनाया जाता है, जो फारसी कैलेंडर के अनुसार होता है. इस बार 19 अगस्त को पारसी (Zoroastrian / Parsi Roj Calendar) नया साल मनाया जाएगा.
जैन नववर्ष
जैन धर्म का नया साल दीपावली के अगले दिन से शुरू होता है. 22 अक्तूबर 2025 से जैन धर्म (Jain Dharm) का नया साल शुरू होगा.
बौद्ध नववर्ष
बौद्ध धर्म का नया साल वैशाख पूर्णिमा के आसपास मनाया जाता है. आने वाले नए साल में 23 मई को ये शुभ तिथि पड़ने वाली है. विश्वभर में रहने वाले बौद्ध धर्म के लोगों के लिए ये दिन बहुत ही खास होता है.
क्रिश्चियन नववर्ष (Christian New Year)
ईसाई धर्म में नया साल 1 जनवरी को ग्रेगोरियन कैलेंडर (Gregorian Calendar) के अनुसार ही मनाया जाता है. विश्व के ज्यादातर देशों में इसी दिन को नए साल के रूप में सेलिब्रेट किया जाता है.
भारत के क्षेत्रीय कैलेंडर (Regional calendars of India)
वैसे आपको बता दें कि भारत में क्षेत्रीय नववर्ष भी होते हैं. पोंगल (तमिल नववर्ष) 15 जनवरी 2025 को मनाया जाएगा, तो तेलुगु और कन्नड़ नववर्ष जिसे उगादी कहते हैं इस बार 30 मार्च 2025 को मनाया जाएगा. असमिया नववर्ष की शुरुआत 14 अप्रैल से होगी, बंगाली नववर्ष को पोइला बैशाख कहते हैं जिसकी शुरुआत 14 अप्रैल से होगी और मलयाली नववर्ष विशु (Religious calendars of India) 15 अप्रैल को मनाया जाएगा. भारत में हर धर्म और संस्कृति का अपना नया साल है, जो उनकी परंपराओं और आस्थाओं से जुड़ा है. यह विविधता न केवल भारत की सांस्कृतिक धरोहर को दर्शाती है, बल्कि हर त्योहार के माध्यम से समाज में समरसता और आनंद का संदेश भी देती है.