Ram Naam ka Arth: जन जन के प्यारे और कौशल्या की आंखों के तारे राम केवल भारत ही नहीं बल्कि पूरे विश्व के आराध्य देव हैं. अपनी जिंदगी में परिश्रम करने का संदेश देने वाले और मर्यादा में रहकर जीवन जीने वाले राम हमे कई कुछ सिखाते हैं. राम नाम भले ही छोटा सा हो लेकिन इसकी महिमा बहुत विशाल है, इसलिए इस नाम का जाप मात्र करने से ही काफी बड़े बड़े चमत्कार हुए है. इस 2 अक्षर के नाम में पूरा ब्रह्मांड समाया हुआ है. तो आइए जानते हैं कि राम नाम का क्या अर्थ है और इसकी महिमा कितनी विशाल है.
राम नाम का अर्थ
रामायण के राम प्रभु राजा दशरथ और महारानी कौशल्या की संतान है. उनके जन्म के बाद जब उनका नामकरण हुआ तो ऋषि मुनियों ने उनका नाम राम रखा. उनका ये नाम रखने के पीछे विशेष वजह थी और वो थी इस नाम का अर्थ. जी हां, राम नाम का अर्थ बहुत ही विशेष है. राम एक संस्कृत शब्द है जिसका अर्थ होता है जो समस्त ब्रह्मांड में समाया हो. इसलिए प्रभु के जन्म के समय उन्हें इस नाम से पुकारा गया.
देवताओं में राम है सर्वश्रेष्ठ
देवताओं में सर्वश्रेष्ठ राम, भगवान शंकर के भी आराध्य देव है. केवल शिव ही नहीं ब्लकि समस्त देवी देवता राम प्रभु को नमन करते हैं. आपको पता होगा कि वनवास के वक्त मां वैष्णो ने भी सीता का रूप धारण कर प्रभु राम के साथ रहना चाहा था, लेकिन प्रभु उन्हें पहचान गए थे. कहा जाता है कि आज भी मां वैष्णो त्रिकूट पर्वत पर उनका इंतजार कर रही है और कलयुग के अंत मे प्रभु कल्कि अवतार में उन्हें दर्शन देंगे और उनसे विवाह करेंगे.
राम नाम का जप
कहा जाता है कि राम नाम का जाप करने से जिन्दगी का कई कष्ट मिट जाते हैं और व्यक्ति को सुख प्राप्त होता है. राम नाम की महिमा बहुत अपरम्पार है और उसका बखान करना मुश्किल है. राम इस सृष्टि के कण कण में व्याप्त है और अपने भक्तों की पुकार जरूर सुनते हैं.
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(Disclaimer: यहां दी गई जानकारियां धार्मिक आस्था और लोक मान्यताओं पर आधारित हैं. न्यूज नेशन इस बारे में किसी तरह की कोई पुष्टि नहीं करता है. इसे सामान्य जनरुचि को ध्यान में रखकर यहां प्रस्तुत किया गया है.)
Source : News Nation Bureau