Purnima Ki Raat Ke Upay : ज्येष्ठ मास की पूर्णिमा को ज्येष्ठ पूर्णिमा या वट पूर्णिमा कहा जाता है. इस साल ज्येष्ठ पूर्णिमा 21 जून को शुरू होकर 22 जून को समाप्त होगी. ज्येष्ठ पूर्णिमा का विशेष महत्व है. इस दिन भगवान विष्णु और माता लक्ष्मी की पूजा की जाती है. मान्यता है कि इस दिन व्रत रखने और पूजा करने से सभी मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं और परिवार में सुख-समृद्धि आती है. इस दिन वट वृक्ष की पूजा भी की जाती है. कुछ लोग इस दिन निर्जला व्रत भी रखते हैं. ज्येष्ठ पूर्णिमा का विशेष महत्व है. इस दिन भगवान विष्णु और माता लक्ष्मी की पूजा की जाती है. मान्यता है कि इस दिन पूजा-पाठ करने से सभी मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं और परिवार में खुशहाली आती है.
स्नान-दान का मुहूर्त
21 जून: सुबह 7 बजकर 31 मिनट से 10 बजकर 38 मिनट तक
22 जून: सुबह 4 बजकर 45 मिनट से 6 बजकर 37 मिनट तक
इस साल ज्येष्ठ पूर्णिमा दो दिनों तक रहेगी, इसलिए 21 और 22 दोनों ही दिन आप स्नान और दान का लाभ प्राप्त कर सकते हैं. व्रत के लिए 21 जून का ही दिन शुभ माना जाएगा. वैसे उदयातिथि के अनुसार ज्येष्ठ पूर्णिमा 22 जून को ही मनाई जाएगी.
पूर्णमासी की रात के अचूक टोटके
मां लक्ष्मी को शाम के समय खीर का भोग लगाए. ऐसा करने से आपके घर में धन की प्राप्ति होगी और साथ ही साथ जीतने भी परेशानियां हैं वो सब दूर होंगी.
एक आम का पत्ता अपने मुख्य द्वार पर सुबह-सुबह पूर्णमासी वाले दिन लगा दें और अगले दिन उसको पानी में सराह दें. ऐसा करने से घर में खुशियां आती हैं और सारे वास्तुदोष का निवारण होता है.
पूर्णमासी वाले दिन मास मदिरा का सेवन बिल्कुल भी ना करें क्योंकि ऐसा करने से आप लोगों के घर में दुख और क्लेश बहुत ज्यादा बढ़ सकते है और बहुत ज्यादा परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है.
थोड़ी सी हल्दी लीजिए और उसमें थोड़ा सा गंगा जल मिलाइए और उस हल्दी से आप अपने घर के मुख्य द्वार पर ओम लिखिए. ऐसा आप हर पूर्णमासी वाले दिन कीजिए. ऐसा करने से आपके घर में जो भी क्लेश हैं, जो भी दिक्कतें हैं, परेशानियां हैं उन सब का निवारण होगा.
जब शाम के बाद चंद्रमा दिखाई देता है तो चंद्रमा को आप अर्घ्य दीजिए, चंद्रमा की पूजा करें. पूर्णमासी वाले शाम को ऐसा करने से जो भी मानसिक परेशानियों या घर में किसी भी कोई बहुत लंबी बिमारी लगी हुई होगी वो दूर हो जाएगी. चंद्रमा को खासकर आप खीर का भोग जरूर लगाएं.
पूर्णमासी वाले दिन सुबह-सुबह करना है. आप लोग शिव जी के मंदिर में जाकर शिवलिंग का अभिषेक कीजिए और शिव भगवान को आप जरूर शहद का भोग लगाइए. ऐसा करने से जितनी भी मानसिक परेशानियां हैं वो सब दूर होंगी और क्लेश आपके घर से एकदम निवारण होगा.
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(Disclaimer: यहां दी गई जानकारियां धार्मिक आस्था और लोक मान्यताओं पर आधारित हैं. न्यूज नेशन इस बारे में किसी तरह की कोई पुष्टि नहीं करता है. इसे सामान्य जनरुचि को ध्यान में रखकर यहां प्रस्तुत किया गया है.)
Source : News Nation Bureau