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Ravi Pradosh Vrat 2022 Shubh Yog: इस बार रवि प्रदोष के दिन इन शुभ योगों में शिव की शक्ति के होंगे विकराल दर्शन

ज्येष्ठ शुक्ल की त्रयोदशी तिथि को प्रदोष व्रत रखा जाता है. इस बार यह तिथि 12 जून यानी कि कल रविवार के दिन है. रविवार होने के कारण इस बार का प्रदोष व्रत रवि प्रदोष भी कहा जाता है. इस दिन भगवान शिव की विशेष पूजा की जाती है.

Updated on: 11 Jun 2022, 03:47 PM

नई दिल्ली :

Ravi Pradosh Vrat 2022 Shubh Yog: ज्येष्ठ माह के शुक्ल पक्ष की त्रयोदशी तिथि को रवि प्रदोष व्रत है क्योंकि यह व्रत रविवार के दिन है. हर माह की त्रयोदशी तिथि को प्रदोष व्रत रखा जाता है. इस दिन भगवान शिव शंकर की पूजा की जाती है. जून का पहला प्रदोष व्रत या रवि प्रदोष व्रत 12 जून दिन रविवार को है. इस बार का रवि प्रदोष व्रत शिव और सिद्ध योग में होने के कारण अत्यंत ही फलदायी है. ऐसे में चलिए जानते हैं रवि प्रदोष व्रत के शुभ संयोगों के बारे में विस्तार से और साथ ही पूजा मुहूर्त के बारे में भी जानेंगे. 

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शिव और सिद्ध योग में प्रदोष व्रत
रवि प्रदोष व्रत के दिन दो शुभ योग बन रहे हैं. इस दिन शिव योग और सिद्ध योग बनेंगे. शिव योग सुबह से लेकर शाम 05 बजकर 27 मिनट तक रहेगा, उसके पश्चात सिद्ध योग होगा, जो पूरी रात रहेगा. ये दोनों ही योग मांगलिक कार्यों के लिए उत्तम माने जाते हैं. 12 जून को रवि योग भी बन रहा है, जो रात 11 बजकर 58 मिनट से 13 जून को सुबह 05 बजकर 23 मिनट तक रहेगा. इस दिन का शुभ समय या अभिजित मुहूर्त मुहूर्त 11 बजकर 53 मिनट से दोपहर 12 बजकर 49 मिनट तक है.

रवि प्रदोष व्रत 2022 पूजा मुहूर्त
12 जून को रवि प्रदोष व्रत की पूजा का शुभ मुहूर्त शाम 07 बजकर 19 मिनट से रात 09 बजकर 20 मिनट तक है. इस दिन आपको शिव पूजा के लिए दो घंटे से अधिक का समय प्राप्त होगा.