logo-image

गुरुवार को खुल रहे हैं केदारनाथ के कपाट, इस माह करें दर्शन और उठाएं अद्भुत नजारों का लुत्‍फ

कपाट खुलने के एक माह के भीतर यहां आएं तो उन्हें महादेव के दर्शन के साथ ही धूप में चांदी सी चमकती बर्फ की मोटी चादर भी देखने को मिलेगी,

Updated on: 08 May 2019, 07:26 PM

highlights

  • मंदिर के आसपास अभी भी बर्फ की पांच से छह फुट मोटी चादर बिछी है
  • सुबह भगवान की चल विग्रह मूर्ति को विधिवत स्नान कराया गया
  • 9 मई को सुबह 5 बजकर 35 मिनट पर केदारनाथ धाम के कपाट खुलेंगे

देहरादून:

11वें ज्योतिर्लिंग श्री केदारनाथ धाम के कपाट इस वर्ष 9 मई यानी गुरुवार को सुबह 5 बजकर 35 मिनट पर खुल रहे हैं. कपाट खुलने की प्रक्रिया के तहत बुधवार को शीतकालीन गद्दीस्थल से सुबह 9.30 बजे भगवान श्री केदारनाथजी की चल विग्रह पंचमुखी मूर्ति ने प्रस्थान किया.जबकि बदरीनाथ धाम के कपाट 10 मई को खोले जाएंगे. इस बार केदारनाथ में 3000 से अधिक यात्री ठहर सकेंगे. वहीं, गंगोत्री और यमुनोत्री में संचार, स्वास्थ्य, घोड़ा-खच्चर, डांडी-कंडी, सड़क व पैदल मार्ग से लेकर धाम में घाट, पुलिया व स्नान कुंड तक यात्रा व्यवस्थाएं दुरुस्त होने के दावों की कलई खोल रहे हैं.

यह भी देखेंः केदारनाथ Exclusive : 9 मई, सुबह 5:35 पर खोले जाएंगे कपाट , यात्रा मार्ग में करीब 7 ग्लेशियर

केदारनाथ के कपाट खुलने के एक माह के भीतर यहां आएं तो उन्हें महादेव के दर्शन के साथ ही धूप में चांदी सी चमकती बर्फ की मोटी चादर भी देखने को मिलेगी, जो अपने आप में दुर्लभ नजारा होगा . मंदिर के आसपास अभी भी बर्फ की पांच से छह फुट मोटी चादर बिछी है, जिसे हटाने या उसके पिघलने में एक माह का समय और लग सकता है.

बता दें बुधवार सुबह भगवान की चल विग्रह मूर्ति को विधिवत स्नान कराया गया. स्नान के बाद मूर्ति को डोली में विराजमान करके फूल मालाओं से सजाया गया. इसके बाद पूजा-अर्चना की गयी. हर-हर महादेव और जय केदार के जयकारों के साथ डोली ने प्रस्थान किया. 9 मई को सुबह 5 बजकर 35 मिनट पर केदारनाथ धाम के कपाट भक्तों के लिए खोल दिए जाएंगे.

इस बार ये हैं सुविधाएं

डीएम रुद्रप्रयाग मंगेश घिल्डियाल ने बताया कि बरसाती पर पूर्ण प्रतिबंध लगाने के बाद प्रशासन के सहयोग से गौरीकुंड में व्यापारियों ने ईको डेवलपमेंट सोसायटी का गठन किया है. यह समिति सात हजार रेनकोट खरीदेगी, जिन्हें 30 रुपये प्रति रेनकोट के हिसाब से यात्रियों को किराये पर दिया जाएगा.  केदारनाथ धाम में इस बार तीन हजार से अधिक यात्री रात्रि विश्राम कर सकेंगे. इसके लिए गढ़वाल मंडल विकास निगम (जीएमवीएन) धाम में 200 अतिरिक्त टेंट लगा रहा है