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Pitru Paksha 2022 Pitra Tarpan Vidhi aur Mantra: श्राद्ध के दौरान इस विधि से करें अपने पितरों का तर्पण, अपार खुशियों से भर जाएगा आपके जीवन का कण कण

Pitru Paksha 2022 Pitra Tarpan Vidhi aur Mantra: पितृपक्ष के दौरान पितरों की पूजा और उनकी आत्मा की शांति के लिए तर्पण या पिंडदान करने की परंपरा निभाई जाती है. ऐसे में आइए जानते हैं पितृ तर्पण विधि और पितरों की प्रार्थना के मन्त्रों के बारे में.

Updated on: 09 Sep 2022, 01:54 PM

नई दिल्ली :

Pitru Paksha 2022 Pitra Tarpan Vidhi aur Mantra: हिंदू धर्म में पितृ पक्ष के दौरान पितर देवों को तर्पण, श्राद्ध और उनकी आत्मा की शांति के लिए पिंडदान किया जाता है. हिंदू कैलेंडर के अनुसार हर वर्ष भाद्रपद की पूर्णिमा तिथि और आश्विन माह के कृष्ण पक्ष की प्रतिपदा  तक पितृपक्ष रहता है. पितृपक्ष के दौरान पितरों की पूजा और उनकी आत्मा की शांति के लिए तर्पण या पिंडदान करने की परंपरा निभाई जाती है. इस बार पितृपक्ष 10 सितंबर, शनिवार से 25 सितंबर 2022, रविवार तक रहेंगे. ऐसे में आइए जानते हैं पितृ तर्पण विधि और पितरों की प्रार्थना के मन्त्रों के बारे में. 

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पितृपक्ष 2022 क्या होता है श्राद्ध?
जौ, काला तिल, कुश आदि से मंत्रोच्चार के साथ जो भी कर्म श्रद्धा से करते हैं, वही श्राद्ध कहलाता है. श्राद्ध से पितर प्रसन्न होते हैं. उनके आशीर्वाद से उनके वंशजों को यानी कि आने वाली पीढ़ी को सुख, समृद्धि, संतान सुख आदि प्राप्त होते हैं.

पितृपक्ष 2022 तर्पण विधि
पितृ पक्ष में हर दिन पितरों के लिए तर्पण करना चाहिए. तर्पण के समय सबसे पहले देवों के लिए तर्पण करते हैं. तर्पण के लिए आपको कुश, अक्षत्, जौ और काला तिल का उपयोग करना चाहिए. तर्पण करने के बाद पितरों से प्रार्थना करनी चाहिए, ताकि वे संतुष्ट हों और आपको आशीर्वाद दें.
1. देवताओं के लिए आप पूर्व दिशा में मुख करके कुश लेकर अक्षत् से तर्पण करें.
2. इसके बाद जौ और कुश लेकर ऋषियों के लिए तर्पण करें.
3. फिर उत्तर दिशा में अपना मुख कर लें. जौ और कुश से मानव तर्पण करें.
4. सबसे अंत में दक्षिण दिशा में मुख कर लें और काले तिल व कुश से पितरों का तर्पण करें. 

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शास्त्रों में बताया गया है कि आपके पास श्राद्ध कर्म करने के लिए धन नहीं है तो आप अपने पितरों को अपने वचनों से भी तृप्त कर सकते हैं. इसके लिए आप पितरों से प्रार्थना करते हुए कहें कि हे पितृगण! आपके पास अपने सभी पितरों के लिए श्रद्धा है, इसलिए आप अपने श्रद्धापूर्ण वचनों से आप सभी को तृप्त कर रहे हैं, आप सभी इससे तृप्त हों और यह प्रार्थना स्वीकार करें.

पितृपक्ष 2022 प्रार्थना मंत्र 
1. पितृभ्य:स्वधायिभ्य:स्वधा नम:।
पितामहेभ्य:स्वधायिभ्य:स्वधा नम:।
प्रपितामहेभ्य:स्वधायिभ्य:स्वधा नम:।
सर्व पितृभ्यो श्र्द्ध्या नमो नम:।।

2. ॐ नमो व :पितरो रसाय नमो व:
पितर: शोषाय नमो व:
पितरो जीवाय नमो व:
पीतर: स्वधायै नमो व:
पितर: पितरो नमो वो
गृहान्न: पितरो दत्त:सत्तो व:।।