logo-image

Pitru Paksha 2020: घर में पितरों की तस्‍वीर लगा रहे हों तो इन बातों का खास ध्‍यान रखें

पितृपक्ष में पितरों के श्राद्ध और तर्पण का विशेष महत्व है. इस बार 2 सितंबर से पितृपक्ष शुरू हो गए हैं, जो 17 सितंबर 2020 तक रहेंगे. ऐसा माना जाता है कि पितरों का तर्पण या श्राद्ध नहीं करने वालों को पितृदोष का सामना करना पड़ता है.

Updated on: 07 Sep 2020, 05:07 PM

नई दिल्ली:

पितृपक्ष (Pitru Paksha 2020) में पितरों के श्राद्ध (Shraddha) और तर्पण (Tarpan) का विशेष महत्व है. इस बार 2 सितंबर से पितृपक्ष शुरू हो गए हैं, जो 17 सितंबर 2020 तक रहेंगे. ऐसा माना जाता है कि पितरों का तर्पण या श्राद्ध नहीं करने वालों को पितृदोष का सामना करना पड़ता है. यह भी कहा जाता है कि घर में पितरों की तस्‍वीर लगानी चाहिए. वास्तु के अनुसार पितरों की तस्वीर लगाते समय इन बातों का खास ध्‍यान रखना चाहिए.

वास्तु शास्त्र (Vastu Shastra) के हिसाब से घर के उत्‍तरी दीवार पर पितरों की तस्वीर लगाई जानी चाहिए यानी तस्‍वीर इस तरह लगाएं कि पितरों की तस्‍वीर की दृष्टि दक्षिण की ओर रहे. दक्षिण दिशा को यम और पितरों की दिशा माना गया है. इससे घर में किसी की भी अकाल मृत्‍यु से बचाव होता है.

पितरों की तस्वीर लगाते समय इन बातों का ध्‍यान रखें

  • पूर्वजों की तस्‍वीर मध्‍य स्‍थान में कभी न लगाएं. इससे मान-सम्मान की हानि होती है. पश्चिम या दक्षिण दिशा में पितरों की तस्‍वीर लगाने से संपत्ति की हानि होती है.
  • देवी-देवताओं की तस्‍वीरों के साथ पितरों की तस्‍वीर न लगाएं. पूजा घर में भी पितरों की तस्‍वीर न रखें.
  • घर में पितरों की एक से अधिक तस्‍वीर न लगाएं.
  • ऐसे स्थान पर पितरों की तस्‍वीर न लगाएं, जहां आते-जाते इन पर नजर जाए.
  • बैठक, शयनकक्ष और रसोईघर में पितरों की तस्‍वीर न लगाएं.
  • घर में हर जगह पितरों की तस्वीर न लगाएं. इसे शुभ नहीं माना जाता और घर में तनाव बना रहता है.