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पीपल की पूजा करने से सभी कष्ट होते है दूर, शिव भक्तों पर होती है कृपा 

धार्मिक मान्यता है कि पीपल के पेड़ की विधि-विधान से पूजा करने पर जीवन से जुड़े सभी कष्ट दूर हो जाते हैं.

Updated on: 25 Dec 2021, 11:57 AM

highlights

  • पीपल की पूजा करते समय इन नियमों का पालन करना जरूरी है
  • सरसों के तेल का दीया जलाने शनि देव (Shani Dev) खुश होते हैं
  • शनि दोष वाले जातकों के लिए पीपल की पूजा लाभकारी होती है

नई दिल्ली:

हिंदू धर्म में पीपल के पेड़ (Peepal Tree) को पूजनीय माना गया है. एक मान्यता के अनुसार पीपल के पेड़ पर (Peepal Tree) देवताओं का वास होता है. इसके साथ इस पर पितरों का भी वास होता है. इस कारण विधिपूर्वक पीपल की पूजा (Peepal Puja) करने पर देवताओं के साथ पितरों का भी आशीर्वाद प्राप्त होता है. धार्मिक मान्यता है कि पीपल के पेड़ की विधि-विधान से पूजा करने पर जीवन से जुड़े सभी कष्ट दूर हो जाते हैं. इतना ही नहीं सुख-समृद्धि और सौभाग्य भी प्राप्त होगा. पीपल की पूजा करते समय इन नियमों (Peepal Puja niyam) का पालन करना जरूरी है. भगवान शिव (Lord Shiva) और हनुमान जी (Hanuman Ji) की शीघ्र कृपा पाने के लिए पीपल के पेड़ के नीचे बैठकर उनकी विशेष रूप से पूजा करने पर वे जल्दी प्रसन्न हो जाते हैं और भक्तों पर कृपा बरसाते हैं. 

सुख-संपत्ति के लिए करें ये उपाय 

मान्यता है कि शनिवार के दिन पीपल के पेड़ (Peepal Tree Puja On Saturday) में लक्ष्मी जी (Lakshmi Ji) का वास होता है. ऐसे में मां लक्ष्मी (Maa Lakshmi) की कृपा पाने के लिए शनिवार के लिए पीपल के पेड़ (Saturday Peepal Tree) को जला अभिषेक करना चाहिए. वहीं, शनिवार के दिन पीपल के नीचे सरसों के तेल का दीया जलाने शनि देव (Shani Dev) खुश होते हैं, इसके साथ भक्तों के कष्ट को हर लेते हैं. 

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शनि की पूड़ा दूर करेंगे पीपल 

शनि दोष वाले जातकों के लिए पीपल की पूजा बहुत लाभकारी होती है. यह किसी के ऊपर शनि ढैय्या (Shani Dhaiya), साढ़ेसाती (Sadesati) या फिर महादशा (Shani Mahadasha) चल रही है, तो पीपल के पेड़ (Peepal Puja) की पूजा जरूरत करनी चाहिए. वहीं, शनिवार के दिन सरसों के तेल वाला दिया जलाएं. 

इन बातों का रखें खास ख्याल

पीपल की पूजा (Peepal Puja) करते समय कुछ बातों का खास ख्याल रखने की आवश्यकता है. रविवार के दिन पीपल के पेड़ को जल नहीं अर्पित करना चाहिए.  पीपल के पेड़ को काटने से बचना चाहिए. ऐसा करने से वंश वृद्धि रुक जाती है. शास्त्रों के अनुसार सूर्योदय से पहले कभी भी पीपल के पेड़ की पूजा न करें. क्योंकि उस समय मां लक्ष्मी की बहन दरिद्रा का वास होता है. इससे आपके घर में दरिद्रता आ सकती है. वहीं, पीपल के पेड़ को लेकर ये मान्यता है कि परिक्रमा करने जीवन  से जुड़े दोषों से राहत मिलती है.