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Paush Putrada Ekadashi 2023: पौष पुत्रदा एकादशी के दिन करें ये उपाय, संतान संबंधी हर चिंताएं होंगी दूर

हर एकादशी का अपना एक अलग महत्व होता है

Updated on: 21 Dec 2022, 01:51 PM

नई दिल्ली :

Paush Putrada Ekadashi 2023 : हर एकादशी का अपना एक अलग महत्व होता है. वहीं व्रतों में सबसे सर्वाधिक व्रत एकादशी माना जाता है. कहते हैं, जो व्यक्ति इस दिन नियमित रूप से व्रत रखता है, उसका चंचल मन शांत हो जाता है और धन-धान्य में बढ़ोतरी होती है. ऐसे में सभी एकादशी में एक पौष पुत्रदा एकादशी है, यह एकादशी पौष माह के शुक्ल पक्ष की एकादशी तिथि को आती है, इस दिन भगवान विष्णु की विशेष रूप से पूजा की जाती है. यह एकादशी बड़े ही शुभ फलदायी साबित होती है, इस दिन जो व्यक्ति व्रत रखता है, उसके जीवन में संतान संबंधी हर समस्या का निवारण मिल जाता है. तो आइए आज हम आपको अपने इस लेख में बताएंगे कि पौष पुत्रदा एकादशी का शुभ मुहूर्त क्या है,पूजन विधि क्या है, संतान प्राप्ति के लिए कौन से उपाय करने चाहिए.

पौष पुत्रदा एकादशी का शुभ मुहूर्त क्या है
पौष पुत्रदा एकादशी दिनांक 02 जनवरी 2023 को मनाई जाएगी, इसका शुभ मुहूर्त दिनांक 1 जनवरी 2023 को शाम 07:11 मिनट से लेकर अगले दिन दिनांक 2 जनवरी 2023 को शाम 08:23 मिनट पर होगा. पौष एकादशी का पारण दिनांक 03 जनवरी 2023 को सुबह 07:12 मिनट से लेकर 09:25 तक रहेगा. 

पौष पुत्रदा एकादशी पूजन विधि क्या है
इस दिन भगवान विष्णु की विशेष रूप से पूजा की जाती है. इस दिन सुबह स्नान करने के बाद गंगाजल,तुलसी,फूल, दूध, दही, पंचामृत से भगवान विष्णु की पूजा करनी चाहिए. इस दिन महिलाएं निर्जला व्रत रखती हैं. वहीं अगर आपका स्वास्थ्य ठीक नहीं रहता है तो आप शाम को दीपक जलाने के बाद फलहार खा सकते हैं और अगले दिन किसी ब्राह्मण को भोजन कराएं और दान-दक्षिणा दें. 

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संतान प्राप्ति के लिए करें ये उपाय, होगा लाभ

1.सुबह ब्रह्म मुहूर्त में स्नान करें और पति-पत्नी साथ बैठकर भगवान कृष्ण की पूजा करें.

2.लड्डू गोपाल को लाल और पीले वस्त्र, फूल, फल , पंचामृत अर्पित करें.

3.पति- पत्नी गोपाल मंत्र का जाप करें.
ये है गोपाल मंत्र 
ऊं देवकी सुत गोविंद वासुदेव जगत्पते । 
देहि मे तनयं कृष्ण त्वामहं शरणं गत:।।

4.पूजा करने के बाद प्रसाद बांटें और खुद खाएं.

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5.जरूरतमंदों को दान-दक्षिणा देना बेहद शुभ होता है.