Paush Purnima 2024: पौष पूर्णिमा की रात ऐसे करें माता लक्ष्मी की पूजा, धन यश और समृद्धि की नहीं होगी कमी

Paush Purnima 2024: पौष पूर्णिमा की रात माता लक्ष्मी की पूजा करने से घर में धन, समृद्धि, और ऐश्वर्य की प्राप्ति होती है. यह पूजा विशेष रूप से धन और वित्तीय स्थिति में सुधार के लिए की जाती है.

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Inna Khosla
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Worship Goddess Lakshmi like this for wealth fame and prosperity

Paush Purnima 2024( Photo Credit : News Nation )

Paush Purnima 2024: पौष पूर्णिमा की रात माता लक्ष्मी की पूजा करने से घर में धन, समृद्धि, और ऐश्वर्य की प्राप्ति होती है. यह पूजा विशेष रूप से धन और वित्तीय स्थिति में सुधार के लिए की जाती है. माता लक्ष्मी, भारतीय सनातन धर्म में धन, समृद्धि, और ऐश्वर्य की देवी के रूप में पूजी जाती है. वह विष्णु की पत्नी है और त्रिदेवी या तिनों देवियों में एक महत्त्वपूर्ण स्थान रखती हैं. माता लक्ष्मी को धन, सौभाग्य, समृद्धि, और सशक्ति की संदेशवाहिनी माना जाता है. शास्त्रों में माता लक्ष्मी को अस्त-लक्ष्मी, धन-लक्ष्मी, गज-लक्ष्मी, धान्य-लक्ष्मी, सौभाग्य-लक्ष्मी, सन्तान-लक्ष्मी, वीर-लक्ष्मी, विद्या-लक्ष्मी, वितरणी, आदि रूपों में जाना जाता है. माता लक्ष्मी की पूजा का महत्व विशेष रूप से वैदिक और पौराणिक ग्रंथों में व्यक्त है। श्री सूक्त, लक्ष्मी सहस्त्रनाम स्तोत्र, लक्ष्मी चालीसा, आदि उनकी पूजा के लिए विशेष रूप से लोकप्रिय हैं. माता लक्ष्मी की पूजा को विशेष रूप से दीपावली के दिन, पूर्णिमा, और विशेष त्योहारों पर की जाती है. उन्हें तिलक, चंदन, कुमकुम, सुगंधित फूल, और सोने की मूर्ति के साथ पूजा जाता है. माता लक्ष्मी की कृपा से मानव जीवन में धन, समृद्धि, और आनंद की प्राप्ति होती है और उन्हें भक्तिपूर्ण रूप से पूजने से उनकी कृपा हमेशा बनी रहती है.

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पूर्णिमा की रात माता लक्ष्मी की पूजा के लिए उपाय:

पूजा के लिए सामग्री:

लक्ष्मी माता की मूर्ति या चित्र

सफेद वस्त्र

सोने या चांदी का कलश

पूजा के लिए फूल, दीपक, अगरबत्ती

सोने या चांदी का मुद्राराक्ष या कोई रत्न

बत्ती, चावल, पुष्प, नैवेद्य के लिए प्रसाद, पान, सुपारी

पूजा की विधि:

शुभ मुहूर्त का चयन करें और विधि के लिए एक साफ-सुथरा स्थान चुनें.

लक्ष्मी माता की मूर्ति को स्थापित करें या चित्र का उपयोग करें.

मूर्ति को सफेद वस्त्र से ढंकें और उसके सामने सोने या चांदी का कलश स्थापित करें.

चावल, पुष्प, नैवेद्य के रूप में फल, मिठाई, और पान चढ़ाएं.

दीपक और अगरबत्ती जलाएं और मन्त्रों के साथ माता लक्ष्मी की पूजा करें.

माता को प्रसाद के रूप में चावल, मिठाई, फल दें.

मंत्र जप:

"ॐ श्रीं ह्रीं श्रीं कमले कमलालये प्रसीद प्रसीद ॐ श्रीं ह्रीं श्रीं महालक्ष्मये नमः।"

इस मंत्र को समर्पित रूप से १०८ बार जप करें.

लक्ष्मी माता की पूजा के लाभ:

धन की प्राप्ति: माता लक्ष्मी की पूजा से धन और समृद्धि की प्राप्ति होती है.

वित्तीय स्थिति में सुधार: लक्ष्मी पूजा से आर्थिक स्थिति में सुधार होता है और व्यापार में वृद्धि होती है.

खुशहाल गृहस्थ जीवन: माता लक्ष्मी की कृपा से घर में सुख-शांति बनी रहती है और परिवार के सदस्यों के बीच सजीव संबंध बने रहते हैं.

कल्याण और समृद्धि: लक्ष्मी पूजा से समृद्धि, सौभाग्य, और सुख-शांति का आभास होता है.

पूर्णिमा की रात माता लक्ष्मी की पूजा करने से धन और समृद्धि की प्राप्ति होती है, और यह एक आर्थिक और सामाजिक सुधार का संकेत हो सकता है.

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(Disclaimer: यहां दी गई जानकारियां धार्मिक आस्था और लोक मान्यताओं पर आधारित हैं. न्यूज नेशन इस बारे में किसी तरह की कोई पुष्टि नहीं करता है. इसे सामान्य जनरुचि को ध्यान में रखकर यहां प्रस्तुत किया गया है.)

Source : News Nation Bureau

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