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Paush Month 2023: आज से शुरू हुआ पौष का महीना, जानें इस दौरान क्या करें और क्या न करें

Paush Month 2023: पौष का महीना आज से शुरू हो चुका है जो 25 जनवरी 2024 तक रहेगा. ज्योतिष की मानें को इस महीने में आपको कुछ बातों का जरूर ध्यान रखना चाहिए.

Updated on: 28 Dec 2023, 07:30 AM

नई दिल्ली:

Paush Month 2023:  हिंदू पंचांग के अनुसार, मार्गशीर्ष पूर्णिमा के अगले दिन से पौष महीने की शुरुआत हो जाती है. यानी की मार्गशीर्ष माह के बाद पौष महीना आता है. पौष महीने को पूस का महीना भी कहा जाता है. मुख्य रूप से यह महीना सूर्य देव और भगवान विष्णु को समर्पित माना जाता है.धार्मिक मान्यताओं के अनुसार इस महीने विधिपूर्वक सूर्य देव की पूजा करने से सेहत अच्छी रहती है इसके साथ ही उम्र में भी इजाफा होता है. इस पूरे महीने में आपको कुछ खास नियमों का पालन जरुर करना चाहिए. कहा जाता है कि इन नियमों का पालन करने से शुभ फलों की प्राप्ति होती है. आइए जानते हैं कब से कब तक चलेगा पौष का महीना. इसके साथ ही जानिए इस दौरान आप क्या करें और क्या न करें. 

पौष माह 2023 कब से कब तक रहेगा? (Paush Month 2023 Date)

हिंदू पंचांग के अनुसार इस वर्ष पौष महीना आज यानी 27 दिसंबर से शुरू होकर 25 जनवरी 2024 तक चलेगा. पौष महीना को छोटा पितृ पक्ष भी कहा जाता है. इस महीने भी पिंडदान, तर्पण और श्राद्ध किया जाता है. धार्मिक मान्यताओं के अनुसार ऐसा करने को धन, ऐश्वर्य और अच्छे स्वास्थ्य की प्राप्ति होती है. 

पौष माह में करें ये काम  (Paush Month Do's)

पौष माह के दौरान तांबे के बर्तन से सूर्य देव को नियमित रूप से जल देना चाहिए. इस माह के हर रविवार को व्रत रखना चाहिए. इसके साथ ही सूर्य देव को खीर का भोग भी लगाना चाहिए. इस माह के दौरान आने वाली पुर्णिमा, अमावस्या और एकादशी तिथि पर पितरों की पूजा करनी चाहिए. मान्यता है कि ऐसा करने से पितृ दोष दूर होता है. 

पौष माह के दौरान भूलकर न करें ये काम (Paush Month Don't)

पौष माह के दौरान मास, मच्छी और मदिरा का सेवन करने से बचना चाहिए. इसके अलावा पितरों की पूजा के दौरान तला भोजन और मेवे का भी सेवन नहीं करना चाहिए. इस महीने में किसी का भी अपमान न करें और न ही किसी को अपशब्द कहें. 

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(Disclaimer: यहां दी गई जानकारियां धार्मिक आस्था और लोक मान्यताओं पर आधारित हैं। न्यूज नेशन इस बारे में किसी तरह की कोई पुष्टि नहीं करता है। इसे सामान्य जनरुचि को ध्यान में रखकर यहां प्रस्तुत किया गया है।)