हिंदू धर्म में एकादशी का खास महत्व है. भाद्रपद माह में शुक्ल पक्ष की एकादशी को पद्मा एकादशी कहा जाता है. मान्यता है कि इस एकादशी में देवी-देवता भी व्रत रखते हैं. ऐसे में ये एकादशी और भी खास होजाती है. इस बार ये एकादशी 9 सितंबर यानी आज पड़ रही है. इस दिन भगवान विष्णु के वामन रूप की पूजा की जाती है. मान्यताओं के मुताबिक इसी दिन भगवान विष्णु चार महीनों के शयन के दौरान अपनी करवट बदलते हैं. ऐसे में पद्म तिथि काफी खास मानी जाती है. मान्यता है कि पद्म एकादशी के दिन विधि-विधान से पूजा करने के बाद व्रत करने से सुख समृद्धि मिलती है. इस दिन भगवान विष्णु के 108 नामों का जप करने का भी विशेष महत्व है. इस एकादशी को भाद्रपद शुक्ल एकादशी के नाम से भी जाना जाता है.
पद्म एकादशी के दिन सुबह नहा-धोकर पीले रंग के वस्त्र पहन कर भगवान विष्णु का ध्यान कर व्रत का संकल्प लें. भगवान विष्णु की मूर्ति शुद्ध जल से स्नान करा कर, और फिर फिले फल-फूल, तिल दूध और पंचामृत आदि का चढ़ाएं. पूरे दिन सहस्त्रनाम का पाठ अवश्य करें. इसके साथ इस दिन इस दिन भगवान विष्णु के मन्त्र 'ॐ नमो भगवते वासुदेवाय' का यथासंभव जप करें.
इन बातों का रखें खास ध्यान
पद्म एकादशी का व्रत करने की इच्छा रखने वाले लोगों को कुछ अनिवार्य नियमों का पालन करना पड़ता है. इस दिन मांस, प्याज, मसूर की दाल आदि निषेध वस्तुओं का सेवन नहीं करना चाहिए. रात्रि को पूर्ण ब्रह्मचर्य का पालन करना चाहिए और भोग-विलास से दूर रहना चाहिए.
Source : न्यूज स्टेट ब्यूरो