Happy New Year 2025: इस बार नए साल की शुरुआत बेहद शुभ योग के साथ हुई है. नया साल मनाने के लिए लोग जगह-जगह जाते हैं. इस बार धार्मिक पर्यटन में भारी उछाल देखने को मिला. भारत में 2025 का स्वागत करते हुए बड़ी संख्या में लोगों ने आध्यात्मिक तरीके से साल की शुरुआत की. साल के पहले दिन तीर्थयात्रियों ने महाकुंभ 2025 से पहले प्रयागराज में संगम तट पर, वाराणसी में काशी विश्वनाथ मंदिर, अयोध्या के राम मंदिर, भगवान कृष्ण को समर्पित वृंदावन के मंदिर, उज्जैन के महाकालेश्वर ज्योतिर्लिंग और जम्मू में वैष्णो देवी के पवित्र मंदिरों के दर्शन किए.
वाराणसी में इस बार महाकुंभ 2025 को लेकर जबरदस्त तैयारियां की गयी है. संगम में डुबकी लगाने आए भक्त उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की जमकर प्रशंसा कर रहे हैं. धार्मिक स्थलों पर बेहतर बुनियादी ढांचे और आध्यात्मिक माहौल को देखकर श्रद्धालुओं का उत्साह बढ़ता जा रहा है. विश्व स्तर पर महाकुंभ का आयोजन किया जा रहा है. सीएम योगी के प्रयासों से यूपी के धार्मिक स्थलों पर स्वच्छता, सुरक्षा और कनेक्टिविटी को बढ़ाकर तीर्थयात्रा के अनुभवों को और बेहतर बनाया गया है.
इसके अलावा, नए साल का जश्न अयोध्या और वृंदावन में भी मनाया गया. श्रद्धालुओं ने धार्मिक पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए सरकार के समर्पण की सराहना की. साल 2025 के पहले दिन उज्जैन के महाकालेश्वर मंदिर में श्रद्धालुओं का तांता लगा रहा, जिनमें से कई ने सरकारी पहल के तहत पुनर्निर्मित सुविधाओं की प्रशंसा की.
जम्मू के कटरा में स्थित माता वैष्णो देवी के मंदिर में माथा टेकने आए भक्तों ने भी तीर्थयात्रा व्यवस्था को सुव्यवस्थित करने के लिए प्रशासन को धन्यवाद देते हुए, आने वाले समृद्ध वर्ष के लिए प्रार्थना की. आस्था और उत्सव के साथ इस नए साल में पूरे देश में उत्साह देखने को मिल रहा है. बस कुछ ही दिनों ने दुनिया भर से लोग महाकुंभ देखने के लिए भारत आने वाले हैं. 13 जनवरी 2025 से 26 फरवरी तक चलने वाले महाकुंभ में इस बार 40 ले 15 करोड़ लोगों के आने का अनुमान लगाया जा रहा है.
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(Disclaimer: यहां दी गई जानकारियां धार्मिक आस्था और लोक मान्यताओं पर आधारित हैं. न्यूज नेशन इस बारे में किसी तरह की कोई पुष्टि नहीं करता है. इसे सामान्य जनरुचि को ध्यान में रखकर यहां प्रस्तुत किया गया है.)