ओडिशा : मौसी के घर से वापस आए भगवान जगन्नाथ, हजारों श्रद्धालु इस यात्रा में हुए शामिल
भगवान जगन्नाथ अपने बड़े भाई बलभद्र, भगवान सुदर्शन और देवी सुभद्रा के साथ वापस अपने घर लौट आए है। उनकी इस यात्रा को बाहुड़ा यात्रा कहा जाता है।
नई दिल्ली:
भगवान जगन्नाथ अपने बड़े भाई बलभद्र, भगवान सुदर्शन और देवी सुभद्रा के साथ वापस अपने घर लौट आए है। उनकी इस यात्रा को बाहुड़ा यात्रा कहा जाता है।
इस दौरान घंटा, झाल, शंख और 'हरि बोल' के उच्चारण के बीच देवताओं को गुंडिचा मंदिर से बाहर लाया गया और उन्हें 'पहंडी' जुलूस के जरिए रथ पर ले जाया गया।
बाहुड़ा यात्रा भगवान जगन्नाथ और भाई-बहनों की गुंडिचा मंदिर से श्रीमंदिर की वापसी का प्रतीक है।
#Odisha : Visuals from Puri Bahuda Rath Yatra (the homecoming of the Holy Trinity from Gundicha Temple to Srimandir on their chariots) pic.twitter.com/xsSPCC327u
— ANI (@ANI) July 22, 2018
मान्यता है कि देवता रथयात्रा के दौरान गुंडिचा मंदिर जाते हैं। यह देवताओं के 12 सदी के मंदिर से देवी गुंडिचा मंदिर की नौ दिनों की यात्रा होती है। देवी गुंडिचा उनकी मौसी हैं।
लगातार हो रही बारिश के बीच भी हजारों श्रद्धालु रविवार को पुरी के पवित्र शहर में जमा हुए और बाहुड़ा यात्रा के साक्षी बने।
श्री जगन्नाथ मंदिर प्रशासन (एसजेटीए) के अधिकारियों ने कहा कि धार्मिक संस्कार अपनी निर्धारित प्रक्रिया के अनुसार आयोजित हुए और यात्रा सुचारू रूप से हुई।
देवताओं के सुना बेश (सोने के परिधान) सोमवार को उनके संबंधित रथों पर आयोजित किए जाएंगे।
और पढ़ें: जानें कब शुरू हो रहा है सावन और क्या कुछ है खास इस बार
वीडियो
IPL 2024
मनोरंजन
धर्म-कर्म
-
Sanatan Dharma: सनातन धर्म की बड़ी भविष्यवाणी- 100 साल बाद यह होगा हिंदू धर्म का भविष्य
-
Aaj Ka Panchang 25 April 2024: क्या है 25 अप्रैल 2024 का पंचांग, जानें शुभ-अशुभ मुहूर्त और राहु काल का समय
-
Ank Jyotish: इस तारीख को जन्में लोग होते हैं बुद्धिमान, लेकिन लोग उठाते हैं इनका फायदा
-
Laxmi Ganesh Puja: धन-वृद्धि और तरक्की के लिए इस तरह करें देवी लक्ष्मी के साथ गणेश जी की पूजा