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Navaratri 2020: नवरात्रि शुरू होने में अब बस कुछ ही दिन है बाकी, कर लें पूरी तैयारी

गी. अधिकमास (Adhik Maas 2020) लगने के कारण इस बार शारदीय नवरात्रि एक महीने देर से शुरू होगी. नवरात्रि के नौ दिनों में मां दुर्गा के अलग-अलग स्वरूपों की पूजा की जाती है. कलश स्‍थापना के बाद से नवरात्रि की विधिवत शुरुआत होती है.

Updated on: 05 Oct 2020, 02:12 PM

नई दिल्ली:

इस साल शारदीय नवरात्रि (Sharad Navratri) 17 अक्टूबर शनिवार से प्रारंभ होकर 25 अक्टूबर को समाप्‍त होगी. बता दें कि अधिकमास (Adhik Maas 2020) होने के कारण इस बार शारदीय नवरात्रि एक महीने देर से शुरू हो रही है. नवरात्रि के नौ दिनों में मां दुर्गा के अलग-अलग स्वरूपों की पूजा की जाती है. कलश स्‍थापना के बाद से नवरात्रि की विधिवत शुरुआत होती है. आप भी नवरात्र शुरू होने से पहले आप अपनी तैयारी पूरी कर लें, जिससे मां दुर्गा की पूजा में किसी भी तरह का कोई विघ्न न आए.

नवरात्रि पूजा विधि (Navaratri Poojan Vidhi)

  • मां दुर्गा का चित्र स्थापित करें एवं पूर्वमुखी होकर मां दुर्गा की चौकी पर लाल वस्त्र बिछाएं
  • फिर सफेद वस्त्र बिछाकर उस पर चावल के नौ कोष्ठक, नवग्रह एवं लाल वस्त्र पर गेहूं के सोलह कोष्ठक बनाएं
  • एक मिट्टी के कलश पर स्वास्तिक बनाकर उसके नीचे गेहूं अथवा चावल डाल कर रखें.
  • उसके बाद उस पर नारियल रखें, उसके बाद तेल का दीपक एवं शुद्ध घी का दीपक प्रज्जवलित करें
  • मिट्टी के पात्र में मिट्टी डालकर हल्का सा गीला करके उसमें जौ के दाने डालें, उसे चौकी के बाईं तरफ कलश के पास स्थापित करें.

नवरात्रि कलश स्थापना के लिए सामग्री 

  • चावल, सुपारी, रोली, जौ, सुगन्धित पुष्प, केसर
  • सिन्दूर, लौंग, इलायची, पान, सिंगार सामग्री, दूध
  • दही, गंगाजल, शहद, शक्कर, शुद्ध घी, वस्त्र, आभूषण
  • यज्ञोपवीत, मिट्टी का कलश, मिट्टी का पात्र, दूर्वा, इत्र
  • चन्दन, चौकी, लाल वस्त्र, धूप, दीप, फूल, स्वच्छ मिट्टी
  • थाली, जल, ताम्र कलश, रूई, नारियल आदि