Attraction Power: हिंदू धर्म के प्राचीन वेद पुराणों में कई ऐसे रहस्य छिपे हैं जिसे अगर हम आज भी अपने जीवन में शामिल करते हैं तो हमारा जीवन एक उच्च कोटि का जीवन बन सकता है. ये एक ऐसी विद्या है जिसे ऋषि, मुनि और योगी शक्तियां और देवताओं को अपनी और आकर्षित करने के लिए क्या करते थे. आपने की हस्त मुद्राओं के बारे में सुना होगा लेकिन इस चमत्कारी मुद्रा के बारे में ज्यादा लोग नहीं जानते. इस मुद्रा को प्राचीन वेदों में कई नामों से जाना जाता है. इसे त्रिलोक मुद्रा, मोहिनी मुद्रा, आकर्षण मुद्रा, जग मोहनी मुद्रा भी कहा जाता है. इस मुद्रा का अभ्यास करने से आपकी बोलचाल, आपकी पर्सनालिटी में कुछ इस तरह का आकर्षण पैदा होने लगता है, जिससे आपकी और हर कोई आकर्षित होने लगता है. इस मुद्रा के पीछे की शक्ति का राज़ ये है कि अगर कोई व्यक्ति इस मुद्रा को करता है तो उसका ओरा इतना शक्तिशाली हो जाता है कि दुनिया का कोई भी व्यक्ति उस व्यक्ति से प्रभावित हुए बिना नहीं रह सकता. ये मुद्रा कौन सी है और इसे कैसे करना चाहिए आइए सब जानते हैं.
क्रम व्यवस्था लक्ष्मी कर्मध्य सरस्वती कर मूले गोविंदा प्रभाते
सबसे पहले आप एक शांत जगह में सीधे ध्यान आसन में बैठ जाएं, रीढ़ की हड्डी को सीधा रखें और अपने दोनों हाथों को इस इमेज की तरह अपनी चारों उंगलियों को मोड़ कर इस तरह से मिला लीजिए. अपने हाथों को उठाकर ऊपर की ओर रखिए. दोनों हाथों की चारों उंगलियां भी इसी प्रकार होनी चाहिए. अब आपको इसी मुद्रा में दोनों हाथो को अपनी सीने के सामने लेकर आना है और अपने सीने के सामने ही रखना है. इसके बाद आप अपनी आंखों को बंद करेंगे और अपना सारा ध्यान आज्ञा चक्र पर लेकर जाएंगे.
अपनी दोनों आंखों के बीच में और अब अपनी सांसों को महसूस करना आरंभ कीजिए. मतलब आपकी सांसें ना तेज चल रही हों, ना धीमी. सामान्य गति में होनी चाहिए. जैसे ही आप ध्यान आसन में बैठते हैं तो कुछ ही समय में आपकी सांसें सामान्य हो जाएंगी. अब आप जिस भी इच्छा को पाना चाहते हैं या जिस भी चीज़ को आप जीवन में आकर्षित करना चाहते हैं उस चीज़ को अपने ध्यान में लेकर आएं. एक गहरी सांस लें और फिर अपनी सांस को रोक कर रखें. अब आपकी सांस आपकी आगे चक्र में रुक गई है. आपको यहीं पर कुछ समय अपनी सांसों को रोक कर रखना है. जब तक आप आसानी से अपनी सांस को रोक सकते हैं और फिर अपनी सांसों को छोड़ दें,
ये क्रिया आप हर दिन 10 से 11 मिनट जरूर करें. अगर आप बिना किसी इच्छा के करते हैं तो आपको ये मुद्रा हर उस चीज़ व्यक्ति वस्तु को आपकी ओर आकर्षित करेगी जिसके बारे में आप सबसे अधिक सोचते हैं या जिसे आप आकर्षित करना चाहते है. मतलब जब आप बिना किसी चाहत या इच्छा के इस मुद्रा को करते हैं तो ये मुद्रा हर उस व्यक्ति या वस्तु को आपकी ओर आकर्षित करेगी जिसे आप दिल में रखते हैं या पाना चाहते हैं.
Religion की ऐसी और खबरें पढ़ने के लिए आप न्यूज़ नेशन के धर्म-कर्म सेक्शन के साथ ऐसे ही जुड़े रहिए.
(Disclaimer: यहां दी गई जानकारियां धार्मिक आस्था और लोक मान्यताओं पर आधारित हैं. न्यूज नेशन इस बारे में किसी तरह की कोई पुष्टि नहीं करता है. इसे सामान्य जनरुचि को ध्यान में रखकर यहां प्रस्तुत किया गया है.)
Source :News Nation Bureau