इन दिनों रमजान का पाक महीना चल रहा है। यह अल्लाह की इबादत करने का बेहद खास महीना होता है। मुस्लिम धर्म से जुड़े लोग 30 दिनों तक रोजा रखते हैं, लेकिन इसको लेकर कई मिथक और धारणाएं भी हैं।
- गलती से कुछ खाने पर टूट जाता है रोजा?
रोजा का अर्थ होता है, खुद पर संयम रख खुदा की इबादत करना। अगर जल्दबाजी में और भूलकर आपने कुछ खा लिया है तो इससे रोजा नहीं टूटता है।
- ब्रश करने से टूट जाता है रोजा?
टूथपेस्ट से रोजा नहीं टूटता है, लेकिन इसका सबसे बढ़िया विकल्प यह है कि आप कम से कम टूथपेस्ट का इस्तेमाल करें। मिन्ट या नमकीन पेस्ट से दांतों को साफ न करें।
- पीरियड्स के दौरान टूट जाता है रोजा?
रमजान के महीने में जिन महिलाओं या लड़कियों को पीरियड्स होते हैं, उन्हें रोजा माफ है। इस दौरान जितने दिन भी रोजा छूटता है, उसे ईद के बाद पूरा किया जा सकता है।
- सलाइवा (लार) निगलने से टूट जाता है रोजा?
सलाइवा निगलना एक स्वाभाविक क्रिया है। इससे रोजा नहीं टूटता है। हालांकि, रोजा के दौरान पार्टनर को किस करना या शारीरिक संबंध नहीं बनाना चाहिए।
- सभी को रोजा रखना जरूरी है?
इस्लाम धर्म में रोजा रखना एक फर्ज है, लेकिन जो लोग पूरी तरह स्वस्थ है, उन्हें ही रोजा रखना चाहिए। शारीरिक या मानसिक रूप से अस्वस्थ, प्रेग्नेंसी और बच्चों को ब्रेस्ड फीडिंग कराने वाली महिलाओं, बुजुर्ग और बीमार लोगों को इससे छूट है।
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Source : News Nation Bureau