Shadashtak Yoga: षडाष्टक योग ज्योतिष शास्त्र में तब बनता है जब जातक की कुंडली में दो ग्रह एक-दूसरे से छठे और आठवें भाव में स्थित होते हैं. योग अक्सर ग्रहों की युति के कारण बनता है, जहां दो या अधिक ग्रह एक ही राशि या नक्षत्र में स्थित होते हैं. बुध और मंगल दोनों ही ग्रहों का स्वभाव अलग-अलग होता है. बुध बुद्धि, संचार और व्यापार का कारक है, जबकि मंगल ऊर्जा, क्रोध और साहस का प्रतिनिधित्व करता है. जब ये दोनों ग्रह षडाष्टक योग बनाते हैं, तो जातक के जीवन में कुछ चुनौतियां और तनाव उत्पन्न हो सकते हैं.
षडाष्टक योग कब बन रहा है?
बुध और मंगल 150° पर जनवरी 8, 2025, बुधवार को सुबह 05 बजकर 55 मिनट पर ये अशुभ योग बनाएंगे. जिसके बाद कुछ राशियों पर आफत का समय शुरू हो सकता है.
मिथुन राशि
मिथुन राशि के स्वामी ग्रह बुध हैं और 8 जनवरी को जब बुध ग्रह मंगल के साथ षडाष्टक योग बनाएंगे तो इस राशि पर उसका गहरा प्रभाव देखने को मिल सकता है. इस योग के कारण स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं उत्पन्न हो सकती हैं, जैसे कि चोट लगना, बुखार, या पाचन संबंधी समस्याएं. मानसिक तनाव और चिंता जैसी समस्याएं हो सकती हैं. आर्थिक नुकसान, कर्ज या व्यापार में बाधाएं आ सकती हैं.
कन्या राशि
कन्या राशि के स्वामी ग्रह भी बुध ही हैं. इस अशुभ योग के कारण आपके करियर में उतार-चढ़ाव आ सकते हैं और कार्यस्थल पर तनाव हो सकता है. पारिवारिक सदस्यों या दोस्तों के साथ संबंधों में तनाव हो सकता है. नियमित रूप से पूजा-पाठ करना और मंत्र जाप करने से आपको राहत मिलेगी, हो सके तो जरूरतमंदों को दान करें.
वृश्चिक राशि
वृश्चिक राशि के स्वामी मंगल हैं. इस कारण इस राशि के जातकों को भी कुछ समय के लिए सावधान रहना होगा. बुध के साथ मंगल के अशुभ योग से आपके करियर और रिश्तों में अस्थिरता आ सकती है. किसी भी तरह के गुस्से या विवाद से बचें. कोई नया कार्य शुरू करने जा रहे हैं तो आप कुछ दिन बाद ही उसकी शुरूआत करें.
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(Disclaimer: यहां दी गई जानकारियां धार्मिक आस्था और लोक मान्यताओं पर आधारित हैं. न्यूज नेशन इस बारे में किसी तरह की कोई पुष्टि नहीं करता है. इसे सामान्य जनरुचि को ध्यान में रखकर यहां प्रस्तुत किया गया है.)