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Jyeshth Month Masik Shivratri 2022 Tithi, Shubh Muhurt and Mahatva: ज्येष्ठ माह की मासिक शिवरात्रि होने वाली है बहुत खास, इस विधि पूजा से मिलेगा भगवान शिव का विशेष आशीर्वाद

Jyeshth Month Masik Shivratri 2022 Tithi, Shubh Muhurt and Mahatva: हर माह के कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी तिथि को मासिक शिवरात्रि का व्रत रखा जाता है. इस बार ज्येष्ठ माह की मासिक शिवरात्रि 28 मई की पड़ रही है.

Updated on: 22 May 2022, 02:57 PM

नई दिल्ली :

Jyeshth Month Masik Shivratri 2022 Tithi, Shubh Muhurt and Mahatva: भगवान शिव की कृपा पाने के लिए हर माह के कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी तिथि को मासिक शिवरात्रि का व्रत रखा जाता है. मान्यता है कि भगवान शिव को मासिक शिवरात्रि का व्रत बेहद प्रिय है. इसलिए भोलेनाथ की कृपा पाने के लिए इस दिन विधि-विधान से पूजा-अर्चना की जाती है. ज्येष्ठ माह के कृष्ण पक्ष की मासिक शिवरात्रि 28 मई, शनिवार के दिन की पड़ रही है. धार्मिक मान्यता है कि मासिक शिवरात्रि का व्रत करने से भक्तों की सभी मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं. मासिक शिवरात्रि को लेकर मान्यता है कि मासिक शिवरात्रि का व्रत रखकर भगवान शिव की कृपा पाई जा सकती है और असंभव और कठिन से कठिन कार्यों को भी पूरा किया जा सकता है. आइए जानते हैं मासिक शिवरात्रि का शुभ मुहूर्त, महत्व और पूजन विधि के बारे में.

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मासिक शिवरात्रि तिथि 2022
- ज्येष्ठ माह के कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी 28 मई 2022, शनिवार के दिन पड़ रही है. 

- इस दिन शिवरात्रि का प्रारंभ 28 मई 2022 दोपहर 01:09 बजे होगा और तिथि का  समापन 29 मई 2022 दोपहर 02:54 बजे होगा. 

मासिक शिवरात्रि का महत्व 
- मासिक शिवरात्रि के व्रत का विशेष महत्व है. इस व्रत को रखने से स्त्री और पुरुष के जीवन में सुख-समृद्धि का विकास होता है. 

- ऐसा माना जाता है कि इस दिन शिव मंत्र ओम नमः शिवाय का जाप करने से व्यक्ति की सभी मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं. 

- इस दिन रात और दिन पूरा दिन ओम नमः शिवाय का जाप किया जाता है. 

- इस दिन व्रत करने वाले व्यक्ति को मोक्ष, मुक्ति की प्राप्ति होती है. और स्वस्थ जीवन की प्राप्ति होती है. 

मासिक शिवरात्रि पर यूं करें पूजन
- मासिक शिवरात्रि का व्रत कर रहे भक्त सुबह जल्दी उठकर साफ कपड़े पहन लें. 

- घर के मंदिर में दीप जलाएं. 

- घर में शिवलिंग का अभिषेक गंगाजल, दूध, आदि से करें. साथ ही बेलपत्र चढ़ाएं. 

- इस दिन भगवान शिव के साथ मां पार्वती की पूजा का भी विधान है. 

- भगवान भोलेनाथ और मां पार्वती को भोग लगाएं. 

- इस दिन भगवान शिव को ज्यादा से ज्यादा ध्यान करें. 

- ओम नमः शिवाय का जाप करें. 

- हवन करें और भगवान शिव की आरती करें.