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दुर्गाष्टमी के दिन कन्या पूजन करने से मां देती है सुख-समृद्धि का वरदान

दुर्गाष्टमी के दिन कन्या पूजन करने से मां देती है सुख-समृद्धि का वरदान

Updated on: 14 Sep 2021, 04:47 PM

दिल्ली :

दुर्गाष्टमी का दिन हर मां के भक्तों के लिए बेहद खास है क्योकि इस दिनअष्टमी तिथि होती है. इस दिन मां जगदंबा की पूजा का विधान है .हम आपको बतादें  हर माह के शुक्ल पक्ष की अष्टमी तिथि को दुर्गाष्टमी का पावन पर्व मनाया जाता है .. इस दिन भक्त मां दुर्गा की पूजा विधि- विधान से श्रध्दा के साथ करते है. इस दिन मां दुर्गा की पूजा विधि अनुसार करने से मां प्रसन्न होती हैं और मन चाहा वरदान अपने भक्तों को देती है. साथ ही उस भक्त पर माता रानी अपनी विशेष कृपा बनायें रखती है. हिंदू धर्म की मान्यता के अनुसार शास्त्रों में दुर्गाष्टमी का विशेष महत्व होता है. भक्त मां जगदंबा से विशेष फल प्राप्ती के लिए इस दिन व्रत करते है. वैसे सभी भक्त यही कामना करते है कि माता रानी की आसीम कृपा उस पर बनी रहे. जिससे मां उसे सारी समस्या से उभार सके . मां दुर्गा को प्रसन्न के लिए ज्यादा किसी साम्ग्री की आवश्यक नही होती है.बस माता रानी को सच्चे ह्रदय मात्र से याद करने पर मां प्रसन्न हो जाती है. साथ ही मां शेरावाली की पूजा करने से सभी प्रकार संकट क्षण भर में ही दूर हो जातें है.अगर आप कुछ छोटी- छोटी बातों का ध्यान रखें तो मां सभी मनोकामनाएं को पूर्ण  करती है. यह ध्यान रहे कि माता रानी की पूजा में तुलसी दल और दूर्वा कभी भी अर्पित ना करें .जगदंबा की स्थापना करने के साथ उनकी तीन शक्तियां मां काली ,मां सरस्वती ,मां लक्ष्मी की भी स्थापना जरूर करें . अगर आप तीनों शक्तियां की श्रध्दा के साथ पूजा करतें है ,तो मां प्रसन्न होकर सुख-समृद्धि की वर्षा करती है .माता रानी को पूजा में लाल रंगो का इस्तमाल जरूर करें क्योंकि यह रंग मां को अति प्रिय है

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आपको हम यह भी बतादें कि इस दिन कन्या पूजन का विशेष  महत्व है .यदि आपने इस दिन का व्रत कर रखा है ,तो आपको कन्या पूजन अवश्य करना चाहिए.हिंदू धर्म की मान्यता के अनुसार मां कन्याओं में साक्षात विराजमान होती है . इसलिए कोई भी भक्त इस दिन कन्या पूजन करता है तो उससे मां प्रसन्न होती है .साथ हीआपने इस व्रत को कर रखा है तो यह जरूरी नही है . आप चाहें तो मां की पूजा करके भी उन्हें प्रसन्न कर सकते है .इस विशेष दिन आप मां के रात्रि जागरण का बेहद महत्व है .तो अष्टमी को माता का जागरण अवश्य करें .साथ ही भोग में ज्यादा कुछ नहीं तो बतासे को अवश्य शामिल करें क्योंकि मां को बतासे अति प्रिय है.वैसै मां जगदंबा अपने भक्तों की श्रध्दा से पूजा करने मात्र ही प्रसन्न हो  जाती हैं.. और सभी कामनाओं को पूर्ण करती है. अब हम आपसे यह साझा करेंगे कि मां जगदंबा की पूजा  किस विधि से करनी चाहिए . सबसे पहले मां को चरणा मृत से स्नान कराए फिर मां को सिन्दूर अर्पित करें साथ लाल गुड़हल का फूल  चढ़ाए ..भोग में मां जगदंबा को शहद ,बतासे लोंग जरूर चढ़ाए क्योंकि यह चीजें मां को अति प्रिय है... इसके साथ ही घी का दिया जलाए.. मां माता रानी की पूजा करते समय अगर इन कुछ बातों का ध्यान रखा जाए तो मां भक्तों के सारे संकट दूर कर उसे मनचााहा फल प्रदान करती है