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Mantra Therapy: मंत्रों में है आपार शक्ति, जानें किस मंत्र जाप से कौन-सा रोग होगा दूर

Mantra Therapy: जब डॉक्टर द्वारा बताई गई दवाइयों से भी राहत न मिले तो आपको मंत्र चिकित्सा का सहारा लेना चाहिए. मंत्रों में अपार शक्ति होती है. मंत्र चिकित्सा आश्चर्यजनक परिणाम देती है.

Updated on: 20 Mar 2024, 11:07 AM

नई दिल्ली :

Mantra Therapy: मंत्रों में उपचार की शक्ति का आधार मन, शरीर और आत्मा के बीच संबंध पर आधारित है. मंत्रों का जप करने से मन शांत होता है, एकाग्रता बढ़ती है, और नकारात्मक विचारों का प्रवाह कम होता है. मंत्र जाप की शक्ति अत्यंत महत्वपूर्ण है. मंत्र जाप एक प्राचीन विधि है जिसमें व्यक्ति मंत्रों को ध्यान से और नियमित रूप से जपता है. यह अद्भुत शक्ति से भरा होता है और ध्यान को संवासना में लाता है. मंत्र जाप का प्रभाव अत्यधिक होता है, जिससे व्यक्ति की मानसिक, शारीरिक, और आध्यात्मिक शक्ति में वृद्धि होती है. मंत्र जाप व्यक्ति को स्वस्थ, सकारात्मक, और ध्यानाकारी बनाता है. इससे मन की शांति, ध्यान की गहराई, और आत्मा की प्राप्ति होती है. मंत्र जाप करने से मनुष्य की आध्यात्मिक उन्नति होती है और उसे अपने जीवन में सफलता की प्राप्ति होती है. इसलिए, मंत्र जाप को अपने जीवन का एक महत्वपूर्ण हिस्सा बनाना चाहिए.

मंत्रों की उपचार शक्तियां:

गायत्री मंत्र: यह मंत्र ज्ञान, बुद्धि और आत्म-साक्षात्कार के लिए जाना जाता है. यह मंत्र एकाग्रता, स्मरण शक्ति और मानसिक स्वास्थ्य में सुधार करने में भी मदद करता है.

महा मृत्युंजय मंत्र: यह मंत्र मृत्यु पर विजय प्राप्त करने के लिए जाना जाता है. यह मंत्र रोगों से मुक्ति, जीवन प्रत्याशा में वृद्धि और आत्मबल में वृद्धि करने में भी मदद करता है.

श्री मंत्र: यह मंत्र लक्ष्मी देवी को समर्पित है, जो धन, समृद्धि और सौभाग्य की देवी हैं. यह मंत्र आर्थिक कठिनाइयों को दूर करने, नौकरी और व्यवसाय में सफलता प्राप्त करने और जीवन में खुशहाली लाने में मदद करता है.

हनुमान चालीसा: यह मंत्र भगवान हनुमान को समर्पित है, जो शक्ति, साहस और भक्ति के प्रतीक हैं. यह मंत्र शारीरिक और मानसिक रोगों से मुक्ति, नकारात्मक शक्तियों से सुरक्षा और जीवन में सफलता प्राप्त करने में मदद करता है.

ओम मणि पद्मे हुं: यह मंत्र बुद्ध धर्म का एक प्रसिद्ध मंत्र है. यह मंत्र करुणा, प्रेम और ज्ञान के लिए जाना जाता है. यह मंत्र मन को शांत करने, तनाव कम करने और आत्म-जागरूकता में वृद्धि करने में मदद करता है.

विष्णु सहस्त्रनाम: यह मंत्र भगवान विष्णु के 1000 नामों का स्तोत्र है. यह मंत्र सभी प्रकार के रोगों से मुक्ति और जीवन में सुख-समृद्धि लाने में मदद करता है.

शिव पंचाक्षर मंत्र: यह मंत्र भगवान शिव का पांच अक्षरों वाला मंत्र है. यह मंत्र नकारात्मक शक्तियों से सुरक्षा, आत्म-शक्ति में वृद्धि और जीवन में सफलता प्राप्त करने में मदद करता है.

दुर्गा सप्तशती: यह मंत्र देवी दुर्गा की शक्ति का स्तोत्र है. यह मंत्र नकारात्मक शक्तियों से सुरक्षा, शक्ति और साहस में वृद्धि और जीवन में खुशियां लाता है. 

मंत्रों का जप एक चिकित्सा उपचार नहीं है. मंत्रों का जप चिकित्सा उपचार के साथ-साथ किया जाना चाहिए. मंत्रों का जप करने से चिकित्सा उपचार के प्रभावों में वृद्धि हो सकती है. मंत्रों का जप एक शांत और स्वच्छ स्थान पर करना चाहिए. जप हमेशा ध्यान की मुद्रा में बैठकर करें और मंत्रों का जप एकाग्रता और श्रद्धा के साथ करें. मंत्र जाप नियमित रूप से करना चाहिए. सफलता प्राप्त करने में मदद करता है. मंत्रों का प्रभाव व्यक्ति-से-व्यक्ति अलग हो सकता है. मंत्रों का जप करने से कुछ लोगों को तुरंत लाभ मिल सकता है, जबकि कुछ लोगों को लाभ मिलने में समय लग सकता है.

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(Disclaimer: यहां दी गई जानकारियां धार्मिक आस्था और लोक मान्यताओं पर आधारित हैं. न्यूज नेशन इस बारे में किसी तरह की कोई पुष्टि नहीं करता है. इसे सामान्य जनरुचि को ध्यान में रखकर यहां प्रस्तुत किया गया है.)