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Manglik Dosha: क्या होता है कुंडली में मांगलिक दोष? जानें इसके निवारण के उपाय

Manglik Dosha:  हिन्दू या सनातन धर्म में विवाह-शादी के समय लड़का और लड़की की कुंडली का मिलान किया जाता है. ऐसे में आपने भी कई बार कुंडली में मांगलिक दोष होने की बात सुनी होगी.

Updated on: 12 Jan 2024, 08:50 PM

New Delhi:

Manglik Dosha:  हिन्दू या सनातन धर्म में विवाह-शादी के समय लड़का और लड़की की कुंडली का मिलान किया जाता है. ऐसे में आपने भी कई बार कुंडली में मांगलिक दोष होने की बात सुनी होगी. कई बार तो कुंडली में मांगलिक दोष होने के चलते शादी टूटने तक की नौबत आ जाती है. लेकिन कई बार मांगलिक दोष के उपाय करा लिए जाते हैं. लेकिन फिर भी कुंडली में मांगलिक दोष का होना लड़का और लड़की दोनों और खासकर माता-पिता के लिए टेंशन ही बना रहता है. ऐसे में आज हम आपको मांगलिक दोष और उसको उपाय के बारे में बताने जा रहे हैं.

मांगलिक दोष क्या है:
मांगलिक दोष, जिसे मांगल दोष भी कहा जाता है, ज्योतिष में कुंडली मिलान के दौरान आने वाले एक प्रमुख दोष है. जब कुंडली में मांगल (मंगल) ग्रह प्रभावशाली भाव में स्थित होता है, तब इसे मांगलिक दोष माना जाता है.

मांगलिक दोष को ज्यादातर विवाह के संदर्भ में ग्रह-मिलान में देखा जाता है, और इसे किसी के विवाह की समीक्षा के लिए महत्वपूर्ण माना जाता है.

मांगलिक दोष के प्रकार:

आंशिक मांगलिक दोष: कुंडली में मांगल ग्रह केवल कुंडली के कुछ विशेष भावों में होता है.

पूर्ण मांगलिक दोष: मांगल ग्रह कुंडली में केंद्रीय भावों (पहला, चौथा, सप्तम और दशम) में स्थित है, तो इसे पूर्ण मांगलिक दोष कहा जाता है.

मांगलिक दोष के उपाय:

मांगल दोष निवारण के लिए पूजा-अर्चना: कुछ लोग मांगलिक दोष को निवारण के लिए विशेष पूजा और अर्चना का आयोजन करते हैं. मांगल ग्रह के उपासना और मंत्र जाप का भी अभ्यास किया जा सकता है.

कुंडली मिलान: विवाह के समय, कुंडली मिलान करना महत्वपूर्ण है. अगर दोनों पार्टनरों में से कोई भी मांगलिक नहीं है, तो दोष कम होता है.

व्रत और दान: मांगलिक दोष को शांत करने के लिए कुछ विशेष व्रत और दान किया जा सकता है. जैसे कि मंगलवार को लाल फूल और मसूर की दाल का दान करना.

मंगल स्तोत्र और मंत्र जाप: मांगल दोष को शांत करने के लिए मंगल स्तोत्र और मंत्र का नियमित जाप करना भी लाभकारी हो सकता है.

दान क्रियाएं: कुछ लोग मांगलिक दोष को दूर करने के लिए सोना, तांबा, ज्वेलरी आदि का दान करते हैं.

ध्यान रहे कि ये सुझाव आम ग्रहण और अनुष्ठान के लिए हैं और इन्हें आपके आस-पास के पूज्य व्यक्तियों या ज्योतिषियों से पूर्व सुनिश्चित करें. व्यक्ति अपने निर्णयों को सावधानीपूर्वक और विचारशीलता से लेने चाहिए.