Mahakumbh 2025 Jal Mandir: महाकुंभ 2025 में नमामि गंगे एवं ग्रामीण जलापूर्ति विभाग द्वारा विशेष रूप से जल मंदिर की प्रदर्शनी लगाई जाएगी. इस प्रदर्शनी का उद्देश्य जल संरक्षण, जल की महत्ता, और इसके सतत उपयोग के महत्व को जन-जन तक पहुंचाना है. जल मंदिर में एक सुंदर प्रतिमा स्थापित होगी जिसमें भगवान शिव की जटा से गंगा का धरती पर अवतरण दिखाया जाएगा. ये दृश्य जल की पवित्रता और उसके जीवनदायी स्वरूप का प्रतीक होगा. सुबह और शाम नियमित रूप से जल आरती का आयोजन होगा. आरती में जल जीवन मिशन की गाथा और जल संरक्षण का संदेश दिया जाएगा.
प्रेरणादायक संदेश
"जल प्रसाद है, जल जीवनदायी है." जल का संरक्षण करना हर व्यक्ति का कर्तव्य है.
महाकुंभ में आने वाले अतिथियों का "अतिथि देवो भवः" परंपरा के तहत सम्मान किया जाएगा. स्वच्छ और सुजल गांव की अवधारणा को बढ़ावा दिया जाएगा. यहां आने वाले सभी श्रद्धालुओं को जूट और कपड़े के बैग में विशेष जल प्रसाद दिया जाएगा. बैग में संगम का पवित्र जल, जल जीवन मिशन की डायरी और जल संरक्षण और सफलता की कहानियों पर आधारित अध्ययन सामग्री होगी.
जल मंदिर में जल जीवन मिशन से जुड़ी उपलब्धियों और बदलावों को प्रदर्शित किया जाएगा. आगंतुकों को जल संरक्षण के महत्व को समझाने के लिए विशेष सत्र आयोजित किए जाएंगे. इस प्रदर्शनी का उद्देश्य श्रद्धालुओं और आगंतुकों को जल के महत्व को समझाना, जल संरक्षण के प्रति जागरूकता फैलाना और गंगा नदी और अन्य जल स्रोतों की पवित्रता बनाए रखने का संदेश देना है. जल मंदिर न केवल धार्मिक और आध्यात्मिक भावनाओं को समृद्ध करेगा, बल्कि पर्यावरण और जल संरक्षण के लिए एक ठोस संदेश भी देगा. यह प्रदर्शनी महाकुंभ में एक अनूठा और प्रेरणादायक आकर्षण होगी. नमामि गंगे विभाग के इस प्रयास से महाकुंभ 2025 केवल आध्यात्मिक नहीं, बल्कि पर्यावरणीय जागरूकता का भी प्रतीक बनेगा.
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(Disclaimer: यहां दी गई जानकारियां धार्मिक आस्था और लोक मान्यताओं पर आधारित हैं. न्यूज नेशन इस बारे में किसी तरह की कोई पुष्टि नहीं करता है. इसे सामान्य जनरुचि को ध्यान में रखकर यहां प्रस्तुत किया गया है.)