लॉकडाउन में बंद हुआ यह बड़ा मंदिर पहली बार आम श्रद्धालुओं के लिए खुला
विश्व धरोहर महाबोधि मंदिर को सोमवार को पहले की तरह खोल दिया गया. कोरोना वायरस के संक्रमण के चलते लॉकडाउन में इसे बंद किया गया था. अब इसे आम श्रद्धालुओं के लिए पूरी तरह खोल दिया गया है.
नई दिल्ली:
विश्व धरोहर महाबोधि मंदिर को सोमवार को पहले की तरह खोल दिया गया. कोरोना वायरस के संक्रमण के चलते लॉकडाउन में इसे बंद किया गया था. अब इसे आम श्रद्धालुओं के लिए पूरी तरह खोल दिया गया है. महाबोधि मंदिर अब रोजाना सुबह पांच बजे से रात के 9 बजे तक खुला रहेगा. महाबोधि मंदिर प्रबंधन समिति के सचिव एन दोरजी ने बताया कि मंदिर रोजाना सुबह पांच बजे से रात्रि नौ बजे के बीच श्रद्धालु मंदिर के गर्भगृह में पूजा तो कर सकते हैं, लेकिन उन्हें वहां रुकने की इजाजत नहीं दी गई है. कोरोना संक्रमण के खतरे को देखते हुए मंदिर खोलने को लेकर गाइडलाइंस भी जारी की गई है.
उन्होंने कहा कि महाबोधि मंदिर परिसर के निकट स्थित भगवान बुद्ध के 80 फीट के स्तूप को भी आम लोगों के लिए खोल दिया गया है. बता दें कि एक महीने पहले महाबोधि मंदिर को सुबह छह बजे से 10 बजे और अपराह्न् तीन बजे से रात्रि नौ बजे तक के लिए खोला गया था, लेकिन यह वक्त श्रद्धालुओं को देखते हुए कम पड़ रहा था. श्रद्धालु आम दिनों की तरह मंदिर खोलने की मांग कर रहे थे.
दोरजी ने कहा कि कोरोना का संकट अभी टला नहीं है, इसलिए कुछ शर्ते भी लगाई गई हैं. उन्होंने कहा कि मंदिर परिसर में श्रद्धालुओं के लिए मास्क व हैंड सैनेटाइजर का प्रबंध किया गया है. बिना मास्क लगाए लोगों को मंदिर में प्रवेश करने की अनुमति नहीं होगी. श्रद्धालुओं को मंदिर में हर वक्त मास्क लगाए रहना होगा. दो गज की शारीरिक दूरी को बनाए रखना भी अनिवार्य है.
मान्यता है कि बोधगया में यहीं महात्मा बुद्ध को ज्ञान की प्राप्ति हुई थी. यहां प्रतिवर्ष देश-विदेश के लाखों बौद्ध धर्मावलंबी पहुंचते हैं.
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