Magh Mela 2020: ये हैं माघ मेले में स्नान की विशेष तिथियां
माघ मेले में स्नान के लिए मौनी अमावस्या का दिन भी बेहद शुभ है. इस साल मौनी अमावस्या 24 जनवरी को पड़ेगी
नई दिल्ली:
प्रयागराज में माघ मेले का आयोजन जारी है. ये मेला करीब 43 दिनों तक चलेगा जिसकी शुरुआत पौष पूर्णिमा के दिन से हो चुकी है. माघ मेले में स्नना का भी विशेष भी महत्व है. मान्यता है कि जो माघ मेले में विशेष दिनों पर स्नान करता है, उसे मोक्ष की प्राप्ति होती है. माघ मेले का पहला स्नान पहले दिनम यानी पौष पूर्णिमा के दिन था वहीं इसका दूसरा स्नना मकर संक्रांति के दिन किया गया. अब माघ मेले में स्नान के लिए मौनी अमावस्या का दिन भी बेहद शुभ है. इस साल मौनी अमावस्या 24 जनवरी को पड़ेगी. ऐसे में 24 जनवरी का दिन माघ मेले में स्नान के लिए काफी खास होगा. इसके अलावा और कौन-कौन सी हैं स्नान की विशेष तिथि आइए जानते हैं-
ये है माघ मेले में स्नान की विशेष तिथि
24 जनवरी (मौनी अमावस्या)
30 जनवरी (बसंत पंचमी)
9 फरवरी (माघी पूर्णिमा)
21 फरवरी (महा शिवरात्रि)
बता दें, स्नान के साथ-साथ माघ मेले में कल्पवास का भी काफी महत्व है. कल्पवास की परंपरा आदिकाल से चली आ रही है. मान्यता है कि प्रयाग में सूर्य के मकर राशि में प्रवेश करने के साथ शुरू होने वाले एक मास के कल्पवास से एक कल्प का पुण्य मिलता है. माघ मेले के दौरान संगम तट पर कल्पवास (Kalpwaas) का विशेष महत्व है. माना जाता है कि कल्पवास तभी करना चाहिए जब व्यक्ति संसारी मोह-माया से मुक्त हो गया हो और जिम्मेदारियों को पूरा कर चुका हो. ऐसा इसलिए क्योंकि जब व्यक्ति जिम्मेदारियों में जकड़ा होता है तो उस पर आत्मनियंत्रण थोड़ा कठिन हो जाता है.
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