'मोदी है तो मुमकिन है', केवल नारा नहीं, जमीनी सच्चाई है : रेखा शर्मा
Heavy Rain Alert: तन जलाने वाली गर्मी से कब मिलेगी राहत, मौसम विभाग ने दिया बड़ा अपडेट
महागठबंधन में सीएम चेहरे पर विवाद नहीं, तेजस्वी यादव एकमात्र विकल्प : मुकेश सहनी
पश्चिम बंगाल में हिंदुओं के साथ बांग्लादेश की तरह हो रहा व्यवहार : अग्निमित्रा पॉल
मोदी सरकार में बदली राजनीति की दिशा, आतंकवाद को करारा जवाब : गोविंद ठाकुर
UP News: अहमदाबाद विमान हादसे पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने जताया शोक, कहा- बेहद हृदयविदारक घटना
Plane Crash: साउथ अफ्रीका के सबसे विवादित कप्तान की प्लेन क्रैश में हुई थी मौत, जिसे माना जाता है एक रहस्य
क्रेन पर लटकी लड़की कर रही हवा में डांस, देख लोगों को नहीं यकीन!
पूर्व CM विजय रूपाणी का प्लेन क्रैश में निधन, अपनी बेटी से मिलने लंदन जा रहे थे

बरसाने-नंदगांव में धूमधाम से खेली गई लठमार होली, जानें इसका पूरा इतिहास

बरसाने और नंदगांव में लठमार होली धूमधाम से खेली गई. इसके लिए नंदगांव से सखा बरसाने आए और बरसाने की गोपियों ने उन पर लाठियां बरसाई.

बरसाने और नंदगांव में लठमार होली धूमधाम से खेली गई. इसके लिए नंदगांव से सखा बरसाने आए और बरसाने की गोपियों ने उन पर लाठियां बरसाई.

author-image
Sushil Kumar
New Update
lathmar holi

lathmar holi( Photo Credit : न्यूज स्टेट)

पूरे देश में होली (Holi 2020) की धूम है. इस बार होली महोत्सव 10 मार्च को मनाया जा रहा है. होली के रंग में सब डूब गए हैं. मथुरा और काशी की होली का महत्व ही कुछ और है. भगवान कृष्ण की नगरी में काफी धूमधाम से होली मनाई जाती है. बरसाने और नंदगांव में लठमार होली धूमधाम से खेली गई. इसके लिए नंदगांव से सखा बरसाने आए और बरसाने की गोपियों ने उन पर लाठियां बरसाई.

Advertisment

यह भी पढ़ें- महिला दिवस से पहले पाकिस्तान में टूटी 23 साल की परंपरा, औरतों ने उठाया ये बड़ा कदम 

लट्‌ठमार होली (Lathmar Holi) के बाद अब रंगभरनी एकादशी पर वृंदावन के बांके बिहारी मंदिर में फूलों से होल खेली जाएगी. हुरियारे यानी होली खेलने वालों की टोली यशोदा कुंड पहुंची. फिर सिर पर पगड़ी बांधकर मैदान में उतर गए, लेकिन हुरियारिनों ने उन पर लाठियां बरसा दीं. लाठियों का सामना करने के बाद होली खेलने वालों की टोली नंदभवन पहुंची. टोली के लोगों ने हुरियारिनों के पैर छूकर हंसी ठिठोली के लिए क्षमा मांगी.

यह भी पढ़ें- एक साथ दो लड़कियों से की शादी...फिर मनाया सुहागरात और फिर किया ये काम

इस वजह से मनाई जाती है लठमार होली

इस परंपरा के बारे में कहा जाता है कि कन्हैया नंदगांव से अपनी मित्र मंडली के साथ होली खेलने बरसाना जाते थे. वो राधा व उनकी सखियों से हंसी ठिठोली करते थे, तो राधा व उनकी सखियां नन्दलाल और उनकी टोली (हुरियारे) पर प्रेम भरी लाठियां बरसाती थीं.

यह भी पढ़ें- कपिल गुर्जर को 25 हजार के निजी मुचलके पर मिली जमानत, 1 फरवरी को शाहीन बाग में की थी फायरिंग 

यहां-यहां खेली जाती है लट्ठमार होली

बरसाना के साथ ही मथुरा, वृंदावन, नंदगांव में भी इसी प्रकार परंपरागत होली खेली जाती है. होली की मस्ती महिलाएं हाथ में लाठियां लेकर पुरुषों को पीटना शुरू कर देती हैं और पुरुष खुद को बचाने के लिए इधर-उधर भागते हैं.

यह भी पढ़ें- Delhi Violence: क्राइम ब्रांच ने लियाकत और तारिक रिजवी को गिरफ्तार, ताहिर से जुड़े हैं तार

इसी वजह से हर साल होली के दौरान बरसाना और वृंदावन में लट्ठमार होली खेली जाती है. पहले नंदगांव के लड़के या आदमी यानी ग्वाले कमर पर फेंटा लगाकर बरसाना की महिलाओं के साथ होली खेलने पहुंचते हैं, वहीं, अगले दिन यानी दशमी पर बरसाने के ग्वाले नंदगांव में होली खेलने पहुंचते हैं, यह होली बड़े ही प्यार के साथ बिना किसी को नुकसान पहुंचाए खेली जाती है. लेकिन खास बात ये औरतें अपने गांवों के पुरुषों पर लाठियां नहीं बरसातीं हैं. वहीं, बाकी आसपास खड़े लोग बीच-बीच में रंग जरूर उड़ाते हैं.

Holi 2020 Lathmar Holi Barsane Holi holi mathura
      
Advertisment