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Lakshmi Panchami 2024: कब है लक्ष्मी पंचमी ? जानिए इसकी पूजा विधि, शुभ मुहूर्त और महत्व

Lakshmi Panchami 2024: हिन्दू धर्म में श्री लक्ष्मी पंचमी एक महत्वपूर्ण त्योहार है जो चैत्र शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि को मनाया जाता है. यह त्योहार देवी लक्ष्मी को समर्पित है, जो धन, समृद्धि, सौभाग्य और ज्ञान की देवी हैं.

Updated on: 09 Apr 2024, 03:29 PM

नई दिल्ली :

Lakshmi Panchami 2024: श्री लक्ष्मी पंचमी हिंदुओं का एक महत्वपूर्ण त्योहार है जो देवी लक्ष्मी को समर्पित है. यह त्योहार चैत्र मास के शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि को मनाया जाता है. इस दिन लोग मां लक्ष्मी की पूजा करते हैं और उन्हें समर्पित करते हैं. लक्ष्मी पंचमी का महत्व है क्योंकि इसे मां लक्ष्मी की आशीर्वाद के लिए एक शुभ मुहूर्त माना जाता है. इस दिन लोग धन, समृद्धि, और सौभाग्य की प्राप्ति के लिए मां लक्ष्मी की पूजा करते हैं. विशेष रूप से व्यापारिक और वित्तीय उन्नति के लिए लोग इस दिन कार्य करते हैं. लक्ष्मी पंचमी को मनाकर लोग अपने जीवन में समृद्धि, सुख, और सम्मान का आनंद लेते हैं. इस त्योहार के माध्यम से लोग मां लक्ष्मी की कृपा को प्राप्त करते हैं और उनके घर में धन-धान्य का आगमन होता है.

2024 में, श्री लक्ष्मी पंचमी 12 अप्रैल को मनाई जाएगी.

शुभ मुहूर्त

  • अभिजीत 11:56:26 से 12:47:34 तक
  • विजय मुहूर्त 02:30 PM से 03:21 PM
  • लाभ मुहूर्त 11:15 AM से 12:06 PM
  • अमृत मुहूर्त 12:06 PM से 01:00 PM

पूजा विधि

सुबह जल्दी उठकर स्नान करें और स्वच्छ वस्त्र पहनें. पूजा स्थान को साफ करें और गंगाजल छिड़कें. देवी लक्ष्मी की प्रतिमा स्थापित करें. देवी को फूल, फल, मिठाई, और दीप अर्पित करें. देवी लक्ष्मी का मंत्र "ॐ श्रीं ह्रीं श्रीं कमले कमलाये प्रसीद प्रसीद श्रीं ह्रीं श्रीं" का 108 बार जाप करें. देवी की आरती करें और प्रसाद वितरित करें. 

श्री लक्ष्मी पंचमी का त्योहार धन, समृद्धि, और ज्ञान की देवी लक्ष्मी की पूजा करने के लिए मनाया जाता है. ऐसा माना जाता है कि इस दिन देवी लक्ष्मी की पूजा करने से वे भक्तों पर प्रसन्न होती हैं और उन्हें धन, समृद्धि, और ज्ञान प्रदान करती हैं. यह त्योहार बुद्धि, विद्या, और कला की देवी सरस्वती की पूजा करने के लिए भी मनाया जाता है. 

व्रत कथा

एक बार एक गरीब स्त्री थी जो बहुत परेशान थी. उसके जीवन में कई समस्याएं थीं. उसने कई उपाय किए, लेकिन उसे कोई लाभ नहीं हुआ. अंत में, उसने श्री लक्ष्मी पंचमी का व्रत रखने का फैसला किया. उसने सभी नियमों का पालन किया और भक्ति भावना से व्रत रखा. व्रत के बाद, उसकी सभी समस्याएं दूर हो गईं और उसे जीवन में सुख-शांति प्राप्त हुई. श्री लक्ष्मी पंचमी का त्योहार देवी लक्ष्मी की पूजा करने और उनका आशीर्वाद प्राप्त करने का एक उत्तम अवसर है.

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(Disclaimer: यहां दी गई जानकारियां धार्मिक आस्था और लोक मान्यताओं पर आधारित हैं. न्यूज नेशन इस बारे में किसी तरह की कोई पुष्टि नहीं करता है. इसे सामान्य जनरुचि को ध्यान में रखकर यहां प्रस्तुत किया गया है.)

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