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Bhagavata
Krishna Janmashtami 2025: हिंदू धर्म में कई कथाएं ऐसी है जिन्हें सुनने और पढ़ने से भक्तों को लाभ मिलता है. वहीं इसी में से एक भागवत कथा भी है. जिसके लिए ऐसी मान्यता है कि उसे पढ़ने से भक्तों को मोक्ष की प्राप्ति होती है. जो भी भक्त इसे पढ़ता है उसका विकास होता है. भागवत पुराण में भगवान विष्णु के अवतारों को वर्णन है. शास्त्रों की मानें तो जो भक्त इसे सुनता है या फिर इसका पाठ करते हैं तो भगवान उनके वश में हो जाते हैं. इस जन्माष्टमी पर जानिए क्या वाकई भगवत गीता का पाठ करने से इंसान के वश में हो जाते है श्रीकृष्ण. आइए आपको बताते है.
घर पर होता है भगवान का वास
शास्त्रों के मुताबिक जो भक्त अपने घर में भागवत पुराण का पाठ करते हैं. भगवान उन्हीं के घर में निवास करते हैं. इसके अलावा ऐसी भी मान्यता है कि जो भक्त रोजाना श्रीमद्धागवत के चौथाई श्लोक का पाठ करता है या फिर सुनता है. उसको सहस्त्र गोदान का फल मिलता है. इसके साथ ही उसे अठारह पुराणों के पाठ करने का फल मिलता है.
भक्त के वश में होते हैं
इसके अलावा शास्त्रों में ऐसा वर्णन भी है कि जो भक्त अपने घर में भागवत का आधा श्लोक या फिर पूरा श्लोक लिखकर रखता है, उसके यहां खुद भगवान निवास करते हैं. इसके अलावा जो भक्त भागवत पुराण का दर्शन करते हैं या फिर उनका सम्मान करते हैं. उसे अश्वमेध यज्ञ का फल प्राप्त होता है और भगवान उनके वश में होते हैं. वहीं ऐसा कहा जाता है पुरुष को पाप के नाश और मोक्ष की प्राप्ति के लिए हमेशा भागवत पुराण सुनना चाहिए या फिर पढ़ना चाहिए. इसे पढ़ने या फिर सुनने से ही मनुष्य के सभी पाप दूर हो जाते हैं.
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यमराज का प्रभाव
शास्त्रों में ऐसा भी माना गया है कि कलियुग में जिस घर में रोजाना भागवतशास्त्र की पूजा होती हैं. उनके ऊपर भगवान हमेशा प्रसन्न रहते हैं और वहां पर देवताओं के साथ निवास भी करते हैं. इसके साथ ही जो लोग इसे सुनते नहीं है और ना ही इसे सुनकर प्रसन्न होते हैं तो उनपर सदा ही यमराज का प्रभाव बना रहता है.
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(Disclaimer: यहां दी गई जानकारियां धार्मिक आस्था और लोक मान्यताओं पर आधारित हैं. न्यूज नेशन इस बारे में किसी तरह की कोई पुष्टि नहीं करता है. इसे सामान्य जनरुचि को ध्यान में रखकर यहां प्रस्तुत किया गया है.)