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Grah Dhatu: क्या है 9 ग्रहों की परिक्रमा का ज्योतिष में महत्व, जानें इसके लाभ

Grah Dhatu: ग्रहों के अनुसार अगर आप धातु धारण करते हैं तो इससे आपकी कुंडली के ग्रह मजबूत होते हैं और आपको इसका फायदा मिलता है. किस धातु का क्या फायदा है जान लें.

Updated on: 27 Mar 2024, 06:54 PM

नई दिल्ली :

Grah Dhatu: 9 ग्रहों की परिक्रमा का महत्व ज्योतिष और आध्यात्मिक विज्ञान में महत्वपूर्ण माना जाता है. इन ग्रहों की परिक्रमा और स्थिति का व्यक्ति के जीवन पर गहरा प्रभाव होता है. ग्रहों की परिक्रमा और उनकी स्थिति के आधार पर ज्योतिषशास्त्र और आध्यात्मिक विश्लेषण करके व्यक्ति के भविष्य, स्वास्थ्य, धन, प्रेम, विवाह, परिवार, शिक्षा, और करियर के संबंध में भविष्यवाणी की जा सकती है. इसके अलावा, ग्रहों की परिक्रमा का धार्मिक और आध्यात्मिक संबंध भी है. कई धर्मों में ग्रहों की परिक्रमा और स्थिति का महत्व होता है और वे उनके उपासना और पूजन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं. यहां तक कि कई व्रत, उत्सव, और त्योहार भी ग्रहों की परिक्रमा के आधार पर मनाए जाते हैं. ग्रहों की परिक्रमा का महत्व जीवन के विभिन्न पहलुओं में दृढ़ और व्यापक होता है, और यह व्यक्ति के भविष्य और आध्यात्मिक उन्नति में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है. 

9 ग्रहों की परिक्रमा का महत्व:

धार्मिक महत्व: ज्योतिष शास्त्र में, 9 ग्रहों की परिक्रमा का विशेष महत्व है. ये धार्मिक अनुष्ठानों का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है. माना जाता है कि ग्रहों की परिक्रमा करने से ग्रहों के नकारात्मक प्रभावों से बचाव होता है. ऐसा करने से ग्रहों की शुभ शक्तियों का आशीर्वाद प्राप्त होता है और मनोकामनाओं की पूर्ति होती है. 

ज्योतिषीय महत्व: ज्योतिष शास्त्र में, ग्रहों की परिक्रमा का उपयोग ग्रहों की चाल और स्थिति को समझने के लिए किया जाता है.ये ग्रहों के नकारात्मक प्रभावों को कम करने के लिए भी की जाती है. ग्रहों की परिक्रमा का उपयोग ग्रहों की शुभ शक्तियों का लाभ उठाने के लिए किया जाता है.

वैज्ञानिक महत्व: वैज्ञानिक दृष्टिकोण से, ग्रहों की परिक्रमा का उपयोग सौरमंडल और ब्रह्मांड के बारे में जानकारी प्राप्त करने के लिए किया जाता है. विज्ञान में ग्रहों की गति और स्थिति का अध्ययन करने के लिए किया जाता है. ग्रहों के बारे में नई जानकारी प्राप्त करने के लिए भी उनकी परिक्रमा की जाती है. 

आपको अपनी जन्मकुंडली और ज्योतिषीय स्थिति के अनुसार ग्रहों की परिक्रमा करनी चाहिए. ऐसा करने से पहले आपको ज्योतिषी से सलाह लेनी चाहिए. धार्मिक और ज्योतिषीय नियमों का पालन करना चाहिए. मन में भक्ति और एकाग्रता रखनी चाहिए. ग्रहों की परिक्रमा केवल एक औपचारिकता नहीं है.  यह धार्मिक, ज्योतिषीय और वैज्ञानिक महत्व वाला एक महत्वपूर्ण अनुष्ठान है.  ग्रहों की परिक्रमा करने से आपको धार्मिक, ज्योतिषीय और वैज्ञानिक लाभ प्राप्त हो सकते हैं.

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(Disclaimer: यहां दी गई जानकारियां धार्मिक आस्था और लोक मान्यताओं पर आधारित हैं. न्यूज नेशन इस बारे में किसी तरह की कोई पुष्टि नहीं करता है. इसे सामान्य जनरुचि को ध्यान में रखकर यहां प्रस्तुत किया गया है.)

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