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Chawal Totke: चावल से आजमाएं ये टोटके, धन में होगी वृद्धि और मिलेगा उत्तम फल

सनातन धर्म में अक्षत (chawal totke) के बिना किसी भी तरह का पूजा-पाठ पूरा नहीं होता है. यही वजह है कि भक्तों के पूजा-घर में अक्षत (akshat totke) हमेशा मौजूद होते हैं. 

Updated on: 24 Aug 2022, 07:42 AM

नई दिल्ली:

कई बार लाख कोशिशों के बाद भी आपको जीवन में सफलता (chawal totka) नहीं मिल पाती है. लोग धन कमाने के लिए हर तरह से प्रयास भी करते हैं. लेकिन, फिर भी उनकी किस्मत उनका साथ नहीं देती. इसलिए, आज हम आपको कुछ ऐसे ही उपाय बताने जा रहे हैं. जिन्हें अपनाकर आप परेशानियों (rice totkas) से उभर सकते हैं. उस उपाय का नाम अक्षत यानी कि चावल है. धर्म ग्रंथों मे चावल यानि अक्षत (Rice totke in hindi) को बहुत पवित्र माना गया है. सनातन धर्म में अक्षत के बिना किसी भी तरह का पूजा-पाठ पूरा नहीं होता है. यही वजह है कि भक्तों के पूजा-घर में अक्षत हमेशा मौजूद होते हैं. 

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जिस तरह से भगवान शिव की पूजा में उन्हें हल्दी नहीं चढ़ाई जाती है. उसी प्रकार भगवान गणेश को तुलसी चढ़ाना निषेध माना गया है. देवी दुर्गा को दूर्वा नहीं चढ़ाया जाता है. लेकिन, विष्णु जी को अक्षत नहीं चढ़ाया जाता है. तो चलिए आज आपको अक्षत से जुड़े कुछ खास उपायों (chawal upay) के बारे में बताएंगे जिनको अपनाकर लक्ष्मी मां की कृपा आप पर होगी.

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कुमकुम और अक्षत -

अक्षत को अन्न में हमेशा ही श्रेष्ठ माना जाता है. यही वजह है कि सभी देवी-देवताओं पर चावल चढ़ाए जाते हैं. इसके साथ ही बिना कुमकुम लगाए भी सनातन धर्म में कुछ भी सफल नहीं माना जाता है. जहां भगवान को भी कुमकुम के साथ अक्षत चढ़ाना पुण्य से भरा माना जाता है. तो, वहीं पूजा पाठ में लोगों का कुमकुम और अक्षत के साथ भी टीका (kumkum and akshat) होता है. 
 
टूटे चावल न चढ़ाएं -

धर्म शास्त्र के मुताबिक, किसी भी देवी या देवता को टूटे हुए चावल न चढ़ाएं. दरअसल, अक्षत को पूर्णता का प्रतीक माना जाता है. इसलिए, खंडित चावल को कभी भगवान को समर्पित नहीं करना चाहिए. ये अशुभ माना जाता है. हालांकि, रोजाना चावल के 5 दाने पूजा में चढ़ाने धन में वृद्धि होती है. 

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भगवान शिव होते हैं प्रसन्न -

धर्म ग्रंथों के अनुसार, इस बात का विशेष रूप से ख्याल रखा गया है कि अगर आप शिवलिंग पर अक्षत अर्पित कर रहे हैं तो, इससे भगवान शिव अपने भक्तों से खासा प्रसन्न होते हैं. इसके अलावा भगवान शिव को भी टूटे चावल अर्पित नहीं करने चाहिए. अगर प्रतिदिन शिव जी को अक्षत आप समर्पित करते हैं तो, जीवन के हर एक कष्ट दूर हो जाते हैं. इसके साथ ही शुक्ल पक्ष या माह की किसी भी चतुर्थी को केवल 5 दाने चावल शिव जी को चढ़ाने से भी उत्तम फल (Lord Shiv Puja) प्राप्त होता है.