logo-image

Bhai Dooj 2022 : जानें तारीख, मुहूर्त, अनुष्ठान विधि और इसके पीछे की मान्यता

भाई दूज (Bhai Dooj 2022) का त्योहार इस साल दो दिन पड़ने की बात कही जा रही है.

Updated on: 26 Oct 2022, 06:59 AM

highlights

  • इस समय मनाएं भाई दूज
  • भाई दूज पर इस तरह करें अनुष्ठान
  • भाई-बहन के इस त्योहार के पीछे है ये मान्यता

नई दिल्ली:

भाई दूज (Bhai Dooj 2022) का त्योहार इस साल दो दिन पड़ने की बात कही जा रही है. जानकारी के मुताबिक, कार्तिक शुक्ल द्वितीया तिथि 26 और 27 को (Bhai Dooj 2022 date) भी रहेगी. जो 26 अक्टूबर को दोपहर 02 बजकर 43 मिनट से शुरू होगी और गुरुवार, 27 अक्टूबर को दोपहर 12 बजकर 45 मिनट पर खत्म होगी. भाई दूज अपराहन (Bhai Dooj 2022 timing) का समय दोपहर 01:12 बजे से दोपहर 03:27 बजे तक यानी 2 घंटे 14 मिनट के लिए रहेगा. साथ ही हम आपको अनुष्ठान की विधि और इसके पीछे की कहानी बताने वाले हैं. जिससे ज्यादातर लोग अंजान होते हैं. 

भाई दूज 2022 अनुष्ठान
भाई दूज (Bhai Dooj 2022 anushthan vidhi) के शुभ दिन भाई-बहन जल्दी उठें और स्नान कर तैयार हो जाएं. फिर पूजा की सामग्रियों को इकट्ठा कर लें. तेल का दीपक जलाएं और दक्षिण दिशा की ओर कर रख दें. अब बहनें अपने भाइयों के माथे पर तिलक और अक्षत लगाएं. जिसके बाद भगवान से भाइयों के लंबे और सुखी जीवन की प्रार्थना करें. भाई दूज पर भाई अपनी बहनों को उपहार देते हैं और अपनी बहनों की रक्षा करने का वादा करते हैं.

भाई दूज 2022 कहानी
एक बार मृत्यु के देवता यमराज अपनी बहन यामी से मिलने गए. उसने अपने भाई के माथे पर तिलक लगाया और तरह-तरह के व्यंजन खिलाए. इतने स्नेह और प्रेम से प्रभावित होकर यमराज ने अपनी बहन से वरदान मांगने के लिए कहा. जिस पर उसने हर साल अपने भाई के उसके पास आने की कामना की. ये सुनकर यमराज ने अपनी बहन यामी को वरदान दे दिया. जिसके बाद से माना जाता है कि अगर कोई भी बहन अपने भाई का तिलक करती हैं और अनुष्ठान करती हैं, तो मृत्यु का डर नहीं रहता. देश के दक्षिणी भाग में इसे यम द्वितीया के नाम से भी जाना जाता है.

इसके अलावा एक मान्यता (Bhai Dooj 2022 story) यह भी है कि भगवान श्रीकृष्ण जब नरकासुर राक्षस का वध करने के बाद अपनी बहन सुभद्रा के पास गए, तो उन्होंने उनके माथे पर तिलक लगाकर उनका स्वागत किया. तभी से यह दिन भाई दूज के रूप में मनाया जाता है.